AHAMDABAD: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंपों पर भारतीय सेना के हमले के बाद गुजरात में बढी तटीय सतर्कता के बीच कथित तौर पर जलीय सीमा से आतंकवादी घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर हिंद महासागर के तट पर स्थित दो प्रमुख धार्मिक स्थलों द्वारका और सोमनाथ की
लोगों के जाने पर लगाई रोक
देवभूमिद्वारका जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी कर आसपास के 22 निर्जन टापूओं पर लोगों के जाने पर रोक लगा दी है। ऐसे टापुओं का इस्तेमाल पूर्व में आतंकी तत्व कर चुके हैं। द्वारका के आसपास कुल 24 ऐसे टापू हैं जिनमें से 22 निर्जन हैं।
कच्छ में सुरक्षा कड़ी
देश में सबसे बड़े समुद्र तट (1600 किमी) वाले राज्य गुजरात में विशेष रूप से पाकिस्तान की जल और थल सीमा के निकटवर्ती कच्छ और सौराष्ट्र के समुद्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इन क्षेत्रों में तटरक्षक दल के अलावा मरीन पुलिस के कमांडो भी तैनात कर दिए गए है।
सुरक्षा एजेंसियों ने किया अलर्ट
द्वारका मंदिर में तैनात राज्य पुलिस और एसआरपी के जवानों को बुलेटप्रूफ जैकेट मुहैया कराए गए हैं। तटीय इलाकों में हाईवे पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है तथा समुद्र में किसी तरह की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत सूचना देने के लिए मछुआरों को भी ताकीद की गई है।
बताया जा रहा है कि गुप्तचर एजेंसियों ने पाकिस्तान के रास्ते गुजरात में आतंकियों की घुसपैठ की चेतावनी जारी की है। इसके बाद से सुरक्षा चौकसी और बढ़ा दी गई है।
पकड़े जा चुके हैं 19 लोग
ज्ञातव्य है कि राज्य में गत दो अक्टूबर से अब तक दो पाकिस्तानी नौकाएं और इन पर सवार 19 लोग पकड़े जा चुके हैं। पहली नौका को दो अक्टूबर को तटरक्षक दल तथा दूसरी को कल सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ ने कच्छ के सरक्रीक के निकट पकड़ा था। दोनो पर 9-9 लोग सवार थे। उनसे पूछताछ जारी है।
30 से अधिक मछुआरे गिरफ्तार
संयोगवश यह गिरफ्तारियां पाकिस्तान से गुजरात की ओर दो पाकिस्तानी नौकाएं रवाना होने की खुफिया सूचना के बाद हुई हैं। उधर अपुष्ट सूचना के अनुसार पाकिस्तान मरीन सुरक्षा एजेंसी ने कल जखौ तट से करीब 40 समुद्री मील की दूरी पर अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा के निकट से दस भारतीय नौकाओं का अपहरण कर लिया। इन पर 30 से अधिक मछुआरे सवार थे।