बक्सर के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि पथराव के मामले में 5 एफआईआर दर्ज की गई थीं। जिसमें 99 नामित तो 500-700 अज्ञात शख्स शामिल थे। उन्होंने कहा- हमने सीएम की कार पर पथराव करने के आरोप में 28 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 18 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि उन्होंने वीडियो फुटेज और विभिन्न सूत्रों से मिली तस्वीरों के आधार पर आरोपियों की पहचान की है। फिलहाल जहां 28 लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं वहीं जल्द ही इस मामले में शामिल दूसरे लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इस नजरिए से भी मामले की जांच की जा रही है कि कहीं यह हमला पहले से प्लान तो नहीं था। अगर ऐसा है तो इसके पीछे किसका हाथ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नंदर गांव के लोगों ने सीएम को दलित बस्ती में बुलाने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर स्थानीय लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों में विवाद हो गया जिसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई थी। इस घटना में कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। लोगों का आरोप था कि सात निश्चय कार्यक्रम में कोई काम धरातल पर नहीं हुआ है। जिसे लेकर ही लोग विरोध कर रहे थे।
नीतिश पर हुए हमले को लेकर पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कई ट्विट किए थे। उन्होंने लिखा था कि मुख्यमंत्री नीतीश का प्रत्येक जिले में हिंसक विरोध बेहद चिंतनीय है। मीडिया मुख्यमंत्री पर हुए हमले को नज़रअन्दाज़ क्यों कर रही है? इनके कागजी विकास की जनता पत्थर बरसाकर पोल खोल रही है? जमीन पर विकास हुआ नहीं फिर किसकी समीक्षा?
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