उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथऔर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य क्रमश: गोरखपुर और फूलपुर से सांसद हैं. राष्ट्रपति चुनाव सम्पन्न होने के बाद अब इस बात की अटकलें शुरू हो गई हैं कि ये दोनों नेता अपना इस्तीफा कब देंगे. अपने पदों पर बने रहने के लिए दोनों को विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह 29 जुलाई को तीन दिन के दौरे पर लखनऊ आ रहे हैं. अपने तीन दिन के प्रवास के दौरान शाह पार्टी की विभिन्न इकाइयों, पार्टी कार्यकर्ताओं और मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. PM मोदी हुए नाराज़: कहा- इतना पढ़ाया समझाया फिर भी इस काम में फेल हो गए 21 सांसद…
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी के मुताबिक, ‘पार्टी अध्यक्ष अमित शाह 29 जुलाई को तीन दिन के दौरे पर लखनऊ आ रहे हैं. उनकी इस यात्रा से कार्यकर्ताओं में और उत्साह बढ़ेगा.’
पार्टी नेताओं के अनुसार, 29 से 31 जुलाई तक भाजपा अध्यक्ष शाह के लखनऊ दौरे के बाद दोनों नेता अपनी लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे. योगी गोरखपुर से सांसद हैं, जबकि केशव मौर्य इलाहाबाद के फूलपुर से सांसद हैं.
पार्टी नेताओं के अनुसार, इस दौरे में राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश भर के नेताओं और संगठन के पदाधिकारियों से मिलकर तय करेंगे कि योगी और केशव मौर्य किस सीट से चुनाव लड़ें.
इन दोनों के अलावा तीन अन्य नेता उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह और राज्यमंत्री मोहसिन रजा को लेकर भी पार्टी रणनीति बनाने में जुटी है. ये तीनों ही किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. दिनेश शर्मा को पहले ही विधान परिषद में नेता सदन घोषित किया जा चुका है. ऐसे में उनका एमएलसी बनना लगभग तय माना जा रहा है. योगी व केशव की सदस्यता को लेकर राकेश त्रिपाठी ने कहा कि इन सब चीजों पर अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व ही लेगा. अभी कुछ भी कहना सही नहीं होगा.