उत्तरप्रदेश में 15 अगस्त के मौके पर जिन मदरसों में राष्ट्रगान नहीं गाया गया उन मदरसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। योगी सरकार 15 अगस्त से पहले जारी फरमान को ना मानने वाले मदरसों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई कर सकती है।
इस आदेश का करीब 150 मदरसों में पालन नहीं किया गया है। इसकी शिकायत मिलने पर बरेली के डिविजनल कमिश्नर डॉ पीवी जगनमोहन ने कहा है कि अगर आरोप सही पाए गए तो इन मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि जहां राष्ट्रगान नहीं गाने के सबूत मिले हैं उन मदरसों से जुड़े लोगों के खिलाफ NSA लगाया जाएगा।
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उन्होंने जोर देते हुए कहा- “शिकायतकर्ताओं से इसके लिए पुख्ता सबूत पेश करने को कहा गया है। अगर जांच में राष्ट्रगान नहीं गाए जाने की पुष्टि हुई और मदरसा प्रबंधन लिखित में यह स्वीकार करता है तो हम उनके खिलाफ केस दर्ज करेंगे।
हम ऐसे लोगों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ नैशनल ऑनर ऐक्ट और नैशनल सिक्यारिटी ऐक्ट के तहत कार्रवाई कर सकते हैं।” बरेली के शहर काजी मौलाना असजद रजा खान ने पहले ही ऐलान कर रखा था कि राष्ट्रगान ‘गैरइस्लामी’ है क्योंकि इसमें कुछ ऐसे शब्द हैं जो इस्लाम के खिलाफ हैं।
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इस आदेश को उलमा ने एक स्वर से नकार दिया। बरेलवी मरकज से जुड़े मदरसों में तिरंगा तो फहराया गया लेकिन, राष्ट्रगान नहीं गाया। इसके बदले सारे जहां से अच्छा हिदोस्तां हमारा गाया गया. बरेली के शहर काजी मौलाना असजद रजा खान ने पहले ही ऐलान कर रखा था कि राष्ट्रगान ‘गैरइस्लामी’ है। इसमें कुछ ऐसे शब्द हैं जो इस्लाम के खिलाफ हैं। उन्हें राष्ट्रगान में अधिनायक शब्द को लेकर आपत्ति थी। इतना ही नहीं राष्ट्रगान में शामिल ‘भारत भाग्य विधाता’को भी गैर इस्लामिक बताया गया है।
साभार: http://liveindia.live