लखनऊ: जल्द शुरू होने जा रहे कोविड टीकाकरण में जुगाड़ लगाना या ‘पॉवर’ दिखाना महंगा पड़ेगा। यही नहीं, टीकाकरण को लेकर किसी तरह का भ्रम अथवा अराजकता फैलाने की कोशिश की तो पुलिस ऐसे तत्वों से पूरी सख्ती से निपटेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार ने जो प्राथमिकता क्रम तय किए हैं, हर हाल में उसका अक्षरशः पालन किया जाए। कोई भी कितना महत्वपूर्ण व्यक्ति क्यों न हो, तय क्रम आने के बाद ही उसका वैक्सीनेशन होगा।
मंगलवार को मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों सहित पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए वृहद टीकाकरण अभियान जल्द शुरू होने के आसार हैं। हम आभारी हैं अपने विद्वान वैज्ञानिकों के प्रति, जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से हमारे लिए वैक्सीन तैयार किया। जनपदवार तैयारियों का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिलाधिकारीगण वैक्सीनेशन से जुड़ी हर तैयारी यथाशीघ्र पूरी कर लें। सफल वैक्सीनेशन के लिए कोल्ड चेन महत्वपूर्ण है। प्रदेश में वैक्सीन की आमद से लेकर टीकाकरण केंद्रों तक हर जगह प्रत्येक स्थिति में कोल्ड चेन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के प्रति लोगों में आतुरता स्वाभाविक है, लेकिन यह आतुरता किसी भी दशा में वैक्सीन की सुरक्षा के लिए नुकसानदायक नहीं होनी चाहिए। इसलिए वैक्सीन की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। टीकाकरण अभियान से जुड़े सभी स्थलों पर केवल अधिकृत व्यक्ति ही रहें। सतत मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी तैनात हों जो टीकाकरण केंद्रों पर भ्रमण करते रहें।
मुख्यमंत्री ने जनता की जागरूकता के लिए मीडिया से इस वृहद अभियान में सकारात्मक भूमिका की अपील की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मीडिया को आवश्यकतानुसार जरूरी जानकारियां दी जाएं। टीकाकरण के बाद यदि किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या आती है तो उसके उपचार के व्यवस्थित प्रबन्ध किये जायें।
टीकाकरण के बाद मिलेगा कार्ड, दर्ज होगी अगली तारीख: वैक्सीनेशन के बाद संबंधित व्यक्ति को एक कार्ड दिया जाएगा, इस पर नाम, पता आदि के अलावा वैक्सीन के अगले डोज की तारीख भी लिखी होगी। जिनका टीकाकरण होना है, उनका नाम पहले से ही तय होगा। केवल वही टीकाकरण केंद्र पर जा सकेंगे। वहां सत्यापन के बाद टीका लगेगा। फिर ऑब्जर्वेशन रूम में आधा घण्टा गुजारना होगा। इस अवधि में व्यक्ति के स्वास्थ्य में यदि किसी प्रकार की समस्या आती है तो तत्काल उसे आवश्यक चिकित्सकीय सहायता दिलाई जाएगी। इसके लिए विस्तृत प्रबन्ध किये जा रहे हैं।
सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों की बारी: समीक्षा बैठक में वैक्सीनेशन के सम्बंध में एक प्रस्तुतिकरण देते हुए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पहले चरण में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। करीब नौ लाख स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 1500 स्थलों पर 3000 सत्र होंगे। इस तरह एक दिन में तीन लाख और तीन दिन में नौ लाख स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। चौथे दिन इस श्रेणी के छूटे हुए लोगों को एक अवसर दिया जाएगा। इसके बाद, दूसरे चरण में पुलिस, जेल कर्मी, होमगार्ड, नगरीय निकायों के स्वच्छता कर्मियों और सर्विलांस आदि कार्यों में लगे राजस्व कर्मियों को टीका लगेगा।
तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग तथा 50 वर्स से कम आयु के ऐसे लोग जो डायबिटीज, कैंसर आदि गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनका वैक्सीनेशन होगा। अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य ने मुख्यमंत्री को बताया कि सभी जनपदों में आवश्यक तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। शेष कार्य तेजी के साथ जारी है।
चलते रहेंगे कोविड सेंटर, कोविड हेल्प डेस्क:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीनेशन के बाद भी जनपद स्तर पर इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर पूरी सक्रियता से क्रियाशील रहें। समस्त जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से प्रतिदिन सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में समीक्षा बैठक की जाए। प्रदेश में संचालित 65000 कोविड हेल्प डेस्क भी पूर्ववत चलती रहेंगे। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के उपचार एवं बचाव की प्रभावी व्यवस्था को बनाये रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर सावधानी बरती जाए। इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसके दृष्टिगत लोगों को विभिन्न प्रचार माध्यमों तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा कोविड-19 से बचाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाए। संक्रमण से बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क की उपयोगिता के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की जाए। उन्होंने कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश भी दिए।