दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सोमवार को दिल्ली में हुई बैठक में 14 हजार फ्लैटों की योजना की जानकारी दी थी। जिस पर मंत्रियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि तय लक्ष्य के अनुसार फ्लैटों पर कब्जा दिलाने योजना पेश करें, ताकि मुख्यमंत्री की तरफ से 31 दिसंबर तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को मिले 50 हजार फ्लैटों पर कब्जे का लक्ष्य पूरा किया जा सके।
इस पर सीईओ ने इन सभी बिल्डरों से कहा कि कंप्लीशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करें। एनओसी लेने में प्राधिकरण भी उनकी मदद करेगा, ताकि इन बिल्डरों को इस माह के अंत तक सर्टिफिकेट मिल सके। इन प्रोजेक्ट में 6664 फ्लैट हैं। दूसरी तरफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण खुद के 2608 फ्लैटों पर भी कब्जा इसी माह के अंत तक देने जा रहा है।
देबाशीष पांडा ने बताया कि बीएचएस-17 के ओमीक्रॉन वन स्थित 1282 टू बीएचके फ्लैट और ओमीक्रॉन वन में ही बीएचएस-17 के 1326 फ्लैटों पर आवंटियों को दिसंबर अंत तक कब्जा दे दिया जाएगा, ताकि वे नए साल में अपने घर का लुत्फ उठा सकें। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 14 हजार फ्लैटों पर कब्जा का प्लान पहले ही सौंप चुका है।
नोएडा की ओर से कुल 50 हजार फ्लैटों में से 12500 का प्लान बताया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, नोएडा से करीब 6000 फ्लैट लोगों को मिल चुके हैं। वहीं यहां के नौ बिल्डरों को कंप्लीशन के लिए आवेदन कराने की कवायद की जा रही है, ताकि वह लोगों को फ्लैटों का कब्जा दे सकें।
ये हैं ग्रेटर नोएडा के आठ बिल्डर
बिल्डर फ्लैटों की संख्या
आईटीएल निंबस 396
साया 680
अल्ट्राहोम 302
महागुन 1649
एवीपी रियल्टी 787
पंचतत्व 182
ओमकारनेस 700
एएआर सिटी 322
हेवीटेक 800
पैरामाउंट 846
(नोट : बिल्डर प्रोजेक्ट में तैयार फ्लैटों के आंकड़े ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी के आधार पर हैं।)