उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर सीएम अपने पहले अयोध्या दौरे पर हैं. योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में रामलला के दर्शन भी किये, साथ ही सरयू तट पर पूजा भी की. योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्यमंत्री राम लला के दर्शन करने वाले उत्तर प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री हैं. इससे पहले बतौर मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह 2002 में अयोध्या गये थे. 1991 में हुए बाबरी विध्वंस के बाद राम लला के दर्शन करने वाले वह दूसरे मुख्यमंत्री हैं. यह भी पढ़े: अभी-अभी: काबुल धमाके पर स्पेन से पीएम मोदी ने दिया ये बड़ा बयान, दुनियाभर में…
योगी आदित्यनाथ का अयोध्या से काफी पुराना रिश्ता रहा है. मुख्यमंत्री बनने से पहले भी योगी कई बार अपने भाषणों में राम मंदिर बनने का समर्थन कर चुके हैं. आपकों बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी इससे राम लला के दर्शन करने अयोध्या जा चुके हैं. हालांकि कल्याण सिंह बाबरी विध्वंस से पहले राम मंदिर गये थे.
एक सूत्र में राजनाथ-कल्याण-योगी
राम लला के दर्शन करने वाले तीनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह में एक खास समानता है. तीनों नेताओं का बैकग्राउंड राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का है. यही कारण है कि तीनों नेताओं के मुख्य एजेंडे में राम मंदिर का मुद्दा है. कहा जाता है कि योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाने का पीछे RSS की नीति ही है, जो कि राम मंदिर मुद्दे का ही एक चरण है.
योगी ने दिया अयोध्या को तोहफा
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंच सरयू नदी और हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना की. सीएम योगी ने यहां सरयू नदी के घाटों को दुरुस्त करने तथा इसके विशेष रखरखाव के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने विशाल सरयू महोत्सव तथा वाराणसी में होने वाली गंगा आरती की तर्ज पर सरयू आरती कराने का भी ऐलान किया.
आडवाणी, उमा, जोशी पर आपराधिक साजिश का मुकदमा
योगी आदित्यनाथ का यह दौरा ऐसे समय आया है, जब एक दिन पहले ही सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती समेत कुल 12 नेताओं पर आपराधिक मुकदमा चलाने का आदेश दिया है. योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ही कोर्ट में पेशी से पहले लालकृष्ण आडवाणी व अन्य नेताओं से मुलाकात की थी.