उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सख्ती दिखाई है। कहा कि चाहे कोई भी हो, किसी भी सूरत में किसी भी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती घपले के अंतिम आरोपी तक को पकड़ा जाएगा। त्रुटिरहित परीक्षा के लिए, आयोग के साथ किसी दूसरी एजेंसी को जोड़ने पर भी विचार किया जााएगा। कहा कि स्नातक स्तरीय भर्ती मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि इस मामले की जांच एसटीएफ कर रही है।
अब तक 18आरोपी पकड़े जा चुके हैं। कोई कितनी भी पहुंच वाला क्यों न हो,बख्शा नहीं जाएगा। मामले में अंतिम आरोपी की गिरफ्तारी तक कार्रवाई जारी रहेगी। सरकार युवाओं का भी अहित नहीं होने देगी। धामी ने बताया कि प्रदेश में रोजगार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए जल्द निवेशक सम्मेलन किया जाएगा।
धामपुर के तीन नकल माफिया की गिरफ्तारी की तैयारी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ पश्चिमी यूपी के तीन नकल माफिया की गिरफ्तारी की तैयारी में है। बताया गया है कि ये पिछले दिनों पकड़े गए हाकम सिंह के साथ भर्ती घपले में शामिल रहे। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ इनके ठिकानों की टोह ले रही है। उधर, उत्तरकाशी से भी जल्द ही कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, इनमें से एक के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिल चुके हैं।
हाकम सिंह ने इस व्यक्ति के साथ मिलकर धामपुर में नकल सेंटर बनाया था। यहां पेपर लीक कराते वक्त दो और लोग भी जुड़े हुए थे। सूत्रों की मानें तो 2020 में भी एक भर्ती परीक्षा में नकल के लिए धामपुर को ही चुना गया था। बताया जा रहा है इस गैंग ने सबसे ज्यादा युवाओं से डील की। गैंग से जुड़े लोगों की संपत्ति बीते कुछ समय में तेजी से बढ़ी। एसटीएफ ने हाकम के संपर्कों तक पहुंचना शुरू कर दिया है। पता चला है कि धामपुर क्षेत्र के तीन लोग हैं, जिनके संपर्क में हाकम रहा करता था। इस मामले में अब तक 18 लोगों को जेल भेजा चुका है।