लखनऊ, देश की सबसे बड़ी आबादी के साथ ही सर्वाधिक सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश का आज यानी 24 जनवरी को स्थापना दिवस है। उत्तर प्रदेश को 1950 में राज्य के रूप में नाम मिला था। उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक की पहल पर 2018 से 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक वीडियो संदेश जारी कर प्रदेश की जनता को सूबे के 73वें स्थापना दिवस पर बधाई दी है।
उत्तर प्रदेश राज्य आज अपना 73वां स्थापना दिवस मना रहा है। 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश में 2018 से राज्य के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। आदर्श चुनाव संहिता का पालन करते हुए प्रदेश का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि देश की आस्था का प्रतीक प्रचुर संसाधनों और युवा ऊर्जा से भरपूर उत्तर प्रदेश नई यात्रा पर निकल चुका है। योगी आदित्यनाथने कहा कि उत्तर प्रदेश व्यापार की सुगमता में आज देश में दूसरे स्थान पर है। वहीं केंद्र सरकार की लगभग 50 योजनाओं में वह अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था अब देश में दूसरे स्थान पर है।
उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि यूपी आज पहले से कई गुना सुरक्षित है। पांच वर्ष में भाजपा ने यूपी में कई सारी चीजों में परिवर्तन करने का प्रयास किया है। 73 वर्ष के इस लंबे सफर में यूपी में कई उतार चढ़ाव देखे गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यूपी ने काफी तरक्की की है। यूपी देश की आस्था है, लोगों का दिल है। युवा के जोश से भरा हुआ यह प्रदेश है। उन्होंने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है। यह सब उत्तर प्रदेश की जनता के कारण ही हुआ है। मैं सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं।
उत्तर प्रदेश पर एक नजर
- उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।
- 1950 में उत्तर प्रदेश का नाम बदला गया था। पहले इस राज्य को संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाता था।
- 1834 तक यूपी बंगाल प्रेसीडेंसी के अधीन था। पहले तीन प्रेसीडेंसी बंगाल, बॉम्बे और मद्रास थे। इसके बाद एक चौथे प्रेसीडेंसी के गठन की जरूरत महसूस की गई, जिसके बाद चौथी प्रेसीडेंसी का गठन हुआ। जिसे आगरा प्रेसीडेंसी के रूप में जाना जाता है।
- 1858 में, लॉर्ड कैनिंग इलाहाबाद यानी की प्रयागराज चले गए। जिसके बाद पश्चिमी प्रांत का गठन हुआ।
- 1920 में विधानपरिषद के पहले चुनाव के बाद, लखनऊ में परिषद का गठन किया गया था। 1935 तक पूरा कार्यलय लखनऊ में ट्रांसफर कर दिया गया था। लखनऊ प्रांत प्रदेश की राजधानी बन गया।
- वर्ष 2017 में यूपी राज्य सरकार ने यूपी दिवस मनाने की घोषणा की थी। इस विचार के बाद 2018 में भारतीय स्वतंत्रता के 68 वर्ष में पहली बार लखनऊ में यूपी स्थापना दिवस मनाया गया था।