लखनऊ, उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सक तथा अन्य कर्मियों के तबादलों में गड़बड़ी पर मचे बवाल के बीच में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तबादलों में गड़बड़ी के मामले का संज्ञान लेकर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा से रिपोर्ट तलब की है।
स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादले में गड़बड़ियों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा से तबादले में गड़बड़ी पर रिपोर्ट तलब की है। स्वास्थ्य विभाग में सीएमओ, सीएमएस, डाक्टर्स तथा पैरा मेडिकल स्टाफ के तबादलों में गड़बड़ी के कारण मचे बवाल को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा के साथ अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और संजय भूसरेड्डी को रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा दिया गया। इन तीनों अधिकारियों को पूरे मामले में आख्या तैयार कर दो दिन में रिपोर्ट देनी है।
बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद को पत्र लिखकर तबादलों पर सवाल उठाए थे। उनके पत्र के जवाब में अमित मोहन प्रसाद ने कहा था कि सब कुछ नियमानुसार ही हुआ है।
उधर तबादलों में गड़बड़ी पर डाक्टर व कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। इन सभी ने आंदोलन की योजना बना ली है। इनका कहना है कि प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) संवर्ग के डाक्टरों के तबादले में हुई गड़बड़ियां ठीक नहीं हो रही। इसके लिए पीएमएस एसोसिएशन ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को पत्र लिखकर चेतावनी दी गई है कि अगर निदेशक प्रशासन पर कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन होगा। गड़बड़ी को लेकर पैरामेडिकल कर्मचारियों ने 14 जुलाई को प्रदर्शन करने की घोषणा की है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले कर्मचारी गलत ढंग से हुए तबादले रद करने की मांग करेंगे। गलत ढंग से हुए तबादलों के कारण इन दिनों अस्पतालों में डाक्टरों और कर्मियों की कमी है। ज्यादातर कर्मी गलत ढंग से हुआ तबादला रुकवाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं।