रायपुर: छत्तीसगढ़ में भी Congress पार्टी अब तक सीएम पद के लिए किसी एक नाम पर सहमति नहीं बना सकी है। उम्मीद है कि शनिवार को किसी नाम की घोषणा होगी। पार्टी आलाकमान ने राजस्थान और मध्यप्रदेश का हल तो निकाल लियाए लेकिन छत्तीसगढ़ में चार दावेदारों में किसी एक का चुनाव सिरदर्द बना हुआ है।

यहां प्रबल दावेदारों में टीएस सिंह देव, प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और सांसद ताम्रध्वज साहू के साथ आदिवासी नेता चरण दास महंत के नाम सामने आने के बाद से आलाकमान 2019 का हिसाब-किताब लगा रहा है। वहीं पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में दस साल बाद कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर सरकार बनाने जा रहे मिजो नेशनल फ्रंट एमएनएफ के जोरमथांगा शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11 बजे राजभवन में होगा। बता दें कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष और सीएम पद के उम्मीदवार भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव के नतीजों के बाद पर्यवेक्षक यहां आए और सभी विधायकों के साथ बैठक की। सबने मिलकर ये फैसला लिया है कि अंतिम निर्णय कांग्रेस आलाकमान द्वारा लिया जाएगा।
जो भी जिम्मेदारी नेतृत्व देगा हम उसका पालन करेंगे। इससे पहले कांग्रेस ने राजस्थान में सीएम पद को लेकर मचे घमासान का फार्मूला निकाल लिया। दो दिन तक चले कई दौर की बैठकों के बाद शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री पद के लिए अशोक गहलोत के नाम पर मुहर लगा दी। उनके साथ सचिन पायलट को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
शुक्रवार को दो घंटे की बैठक के बाद राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट के साथ एक फोटो ट्वीट किया और लिखा राजस्थान की एकता के रंग। राजस्थान के कांग्रेस पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल ने मुख्यमंत्री के नाम पर से रहस्य का पर्दा उठाते हुए पत्रकारों के सामने सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम पायलट के नाम की घोषणा की। अनुभवी नेता अशोक गहलोत तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। वहीं सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष भी बने रहेंगे। गौरतलब है कि पायलट स्पष्ट तौर पर गहलोत के पक्ष में नहीं थे जिसके कारण मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में देरी हुई।
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