अमेरिका ने अफगानिस्तान में जो बम के बाप को गिराया है। उसके बाद दावा किया जा रहा है कि ISIS का खुरासान मॉडयूल पूरी तरह खत्म हो गया है।
 अमेरिका ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन ISIS के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS के ठिकाने पर बमबारी कर आतंकियों को नेस्तनाबूत कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति  डोनाल्ड ट्रंप के इस हमले के बाद अब दावा किया जा रहा है कि ISIS का खुरासान मॉडयूल पूरी तरह तबाह हो चुका है। अब उसका नामोनिशान तक नहीं रहा है। आईएस का खुरासान मॉडयूल नंगरहार से ही ऑपरेट होता है। ये खबर भारत के लिए काफी राहत पहुंचाने वाली है। क्योंकि खुरासान मॉडयूल भारत में हिंदुस्तान में भी धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा था। लेकिन, इससे पहले ही अमेरिकी फौज ने उसके पैर काट दिए हैं।
अमेरिका ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन ISIS के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS के ठिकाने पर बमबारी कर आतंकियों को नेस्तनाबूत कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति  डोनाल्ड ट्रंप के इस हमले के बाद अब दावा किया जा रहा है कि ISIS का खुरासान मॉडयूल पूरी तरह तबाह हो चुका है। अब उसका नामोनिशान तक नहीं रहा है। आईएस का खुरासान मॉडयूल नंगरहार से ही ऑपरेट होता है। ये खबर भारत के लिए काफी राहत पहुंचाने वाली है। क्योंकि खुरासान मॉडयूल भारत में हिंदुस्तान में भी धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा था। लेकिन, इससे पहले ही अमेरिकी फौज ने उसके पैर काट दिए हैं।
दरसअल, अमेरिकी फौज ने गुरुवार को अफगानिस्तान और पाकिस्तान बार्डर पर नंगरहार में खूंखार आतंकी संगठन ISIS के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अमेरिका ने आईएसआईएस के ठिकानों पर MOAB यानी मदर ऑफ ऑल बॉम्ब गिराया। ये अमेरिकी बम सबसे बड़ा और गैर परमाणु बम है। अमेरिका के इस हमले के बाद खुफिया एजेंसियों को खबर मिली है कि ISIS के खुरासान मॉडयूल का नामोनिशान तक मिट गया है। वाकई ये खबर देश की सुरक्षा एजेंसियों को काफी राहत पहुंचाने वाली हैं। इससे पहले लखनऊ में यूपी एटीएस ने जिस संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला को एनकाउंटर में मार गिराया था। वो भी आईएस के खुरासान मॉडयूल से ही ताल्लुक रखता था।
सैफुल्ला के एनकाउंटर के बाद यूपी एटीएस ने इस मॉडयूल के कई और आतंकियों को गिरफ्तार किया था। जो हिंदुस्तान में अपना नेटवर्क बढ़ा रहे थे। सुरक्षा एजेंसियों को लगातार इस बात की चिंता सता रही थी कि कहीं आने वाले दिनों में ISIS का खुरासान मॉडयूल देश के लिए आफत की वजह ना बन जाए। दरसअल, देश की खुफिया एजेंसियां और अमेरिकी खुफिया एजेंसियां इसलिए भी ये दावा कर रही हैं क्यों कि अमेरिकी फौज ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बार्डर के पास जिस जगह ये बम गिराया है उसे खुरासान मॉडयूल का मुख्यालय माना जाता है। जानकारी के मुताबिक इस हमले में आईएस के हजारों आतंकी मारे गए हैं। जिसमें कुछ भारतीय आतंकी भी शामिल थे।
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