भोपाल: Congress in Madhya Pradesh पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों में सबसे दिलचस्प लड़ाई मध्य प्रदेश में रही। यहां आखिरी तक बीजेपी- कांग्रेस के बीच जंग की तस्वीर साफ नहीं हो पाई थी। बुधवार सुबह परिणाम स्पष्ट हुआ तो उसमें किसी को बहुमत नहीं मिला। हालांकि 114 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। लेकिन दिलचस्प आंकड़ा यह है कि बीजेपी को कांग्रेस से ज्यादा वोट मिले।

इस मामले में बीजेपी भले ही कांग्रेस से पीछे रह गई हो लेकिन वोट शेयरिंग के मामले में बीजेपी कांग्रेस से आगे रही। बीजेपी को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 41.0 फीसदी वोट मिले जबकि कांग्रेस को 40.9 फीसदी वोट। मध्य प्रदेश में बीजेपी को 1 करोड़ 56 लाख 42 हजार 980 वोट मिले जबकि कांग्रेस को 1 करोड़ 55 लाख 95 हजार 153 वोट।
इस तरह ज्यादा वोट मिलने के बाद भी बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी नहीं बन पाई। पिछले चुनाव से तुलना करें तो बीजेपी ने यहां 165 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। जबकि कांग्रेस को महज 58 सीटें ही मिली थीं। 2013 के चुनाव में बीजेपी को 44.88 फीसदी वोट शेयर मिले थे जबकि कांग्रेस को 36.38 फीसदी।
उस हिसाब से इस बार बीजेपी का वोट फीसदी कम हुआ है वहीं कांग्रेस को वोट शेयर में बढ़त मिली है। कुछ ऐसा ही हाल इसी साल संपन्न हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी हुआ था जहां सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ही रही लेकिन वोट सबसे ज्यादा कांग्रेस के लिए पड़े। बीजेपी का वोट शेयर 36.2 फीसदी रहा जबकि कांग्रेस का 38 फीसदी। फिर भी कांग्रेस के हिस्से में कम सीटें आईं। कांग्रेस को 104 सीटें मिली थीं जबकि कांग्रेस को 78 सीटें।
हालांकि बाद में जेडी एस के साथ गठबंधन करके कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बना ली थी। अब मध्य प्रदेश में सत्त से दो सीट दूर कांग्रेस को समाजवादी और बहजुन पार्टी ने भी समर्थन का फैसला किया है। वहीं #ShivrajSinghChouhan ने भी अपनी हार मानते हुए इस्तीफा देने का ऐलान किया है।
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