पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा में जाने की अटकलों को खारिज किया है। साथ उन्होंने कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा देने की खबर के पीछे साजिश का अंदेशा भी जताया है।
सोमवार को प्रीतम सिंह ने प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी है। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा देने की खबर चलाने वाले तीन पोर्टलों के खिलाफ मानहानि का नोटिस दिया है और मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
उन्होंने इसके पीछे साजिश का अंदेशा भी जताया। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी मौजूद रहे।
प्रीतम सिंह राष्ट्रीय नेताओं के गुटबाजी के आरोप से थे क्षुब्ध
वहीं कुछ दिन पहले विधानसभा चुनाव में हार के कारणों को लेकर गुटबाजी के आरोपों से पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। चकराता विधानसभा क्षेत्र से लगातार छठी बार जीत दर्ज करने वाले प्रीतम सिंह राष्ट्रीय नेताओं के गुटबाजी के आरोप से क्षुब्ध दिखाई दिए थे।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने हार के कारणों के लिए गुटबाजी और इसमें उनकी भूमिका को जिम्मेदार ठहराने के लिए राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल व प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को निशाने पर लिया था। कहा थी कि राष्ट्रीय नेतृत्व को इसकी जांच करानी चाहिए। गुटबाजी के आरोप साबित हुए तो वह विधानसभा सदस्यता से तत्काल इस्तीफा दे देंगे।