उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना के 17 नए मामले मिले, जबकि 12 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। कोरोना संक्रमण दर 1.05 प्रतिशत रही।
देहरादून में हैं सबसे अधिक 50 सक्रिय मामले
प्रदेश में फिलवक्त कोरोना के 66 सक्रिय मामले हैं। देहरादून में सबसे अधिक 50 सक्रिय मामले हैं। चार जिलों टिहरी, बागेश्वर, चम्पावत व पिथौरागढ़ में कोरोना का कोई सक्रिय मामले नहीं है।
देहरादून में सबसे अधिक 11 लोग कोरोना संक्रमित मिले
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में निजी व सरकारी लैब से 1626 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से 1609 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक 11 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
विभिन्न जिलों से 1679 सैंपल कोरोना जांच को भेजे
इसके अलावा पौड़ी में तीन, नैनीताल, टिहरी व उत्तरकाशी में एक-एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया। अन्य आठ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चम्पावत, हरिद्वार, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व ऊधमसिंह नगर में कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला है। इधर, विभिन्न जिलों से 1679 सैंपल कोरोना जांच को भेजे गए हैं।
डोईवाला : युवाओं को नशाखोरी से बचाना बड़ी चुनौती
हिमालयन इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (एचआइएमएस) के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की ओर से सहसपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशाओं को नशा उन्मूलन जागरूकता के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण शिविर में डा. जयंती सेमवाल ने
नशा करने के दुष्प्रभाव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशाखोरी आज के समय में एक बड़ी चुनौती बन गई है। एक बड़ा युवा वर्ग इसकी चपेट में है। नशा का सेवन युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है। डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि नशा करने वाला अपने और अपने आसपास के लोग की जीवन शैली को कैसे बाधित करते हैं। डा. विदिशा वल्लभ,डा. दीपशिखा,डा. दिव्या शर्मा ने नशीले पदार्थ का मस्तिष्क और व्यवहार पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी।