कई बार खेल किसी को फर्श से अर्श तक पहुंचा देता है तो कभी खेल किसी को पेट पालने के लिए मजदूरी तक करने को मजबूर कर देता है। ऐसे कई मामले समय-समय पर हमारे सामने आते रहते हैं। वहीं अब एक और नया मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल भारत की ओर से पहली महिला शूटर ने ओलंपिक में देश का नाम रौशन किया था। आज उसी महिला को फुटपाथ पर बिस्कुट व चिप्स बेचने कर अपना पेट पालना पड़ रहा है। जानते हैं उन्हें ऐसा क्यों करना पड़ रहा है और उनके परिवार की आखिर क्या हालात हैं।
15 सालों में पहली भारतीय पैरा ओलंपिक महिला शूटर रहीं
उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली पहली भारतीय महिला दिव्यांंग शूटर के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। इनका नाम दिलराज कौर है। बता दें कि इन्हें सड़क के किनारे चिप्स बेचते देखा गया है। इसी से ये अपना पेट भरती हैं। खास बात ये है कि इतनी टैलेंटेड होने के बावजूद दिलराज को इस तरह से आर्थिक तंगी का सामना करते हुए खेल प्रेमियों को दिल टूट सा जाता है। साल 2005 में दिलराज कौर ने 15 सालों में पहली भारतीय पैरा ओलंपिक महिला शूटर का दर्जा हासिल किया था। उन्हें इस बात के लिए काफी सराहना मिली थी। हालांकि वो तब नहीं जानती होंगी जिंदगी उन्हें ये गर्दिश भरे दिन भी दिखाएगी।
नौकरी के लिए लगाई गुहार हो गई बेकार
मालूम हो कि दिलराज कौर 34 साल की हैं। उन्हें देहरादून में स्थित गांधी पार्क की सड़क के किनारे फुटपाथ पर बिस्कुट व चिप्स बेचते देखा गया है। दिलराज ने एक इंटरव्यू में फुटपाथ पर बिस्कुट व चिप्स बेचने के बारे में बात करते हुए बताया, ‘मुझे लगा था कि मेरा घर भी औरों की तरह रौशन होगा क्योंकि मैंने देश के लिए सम्मान का काम किया है और कई पदक भी जीते हैं। हालांकि इससे कोई फायदा नहीं हुआ। जब देश को मेरी जरुरत थी तब मैंने साथ दिया पर अब देश मेरे साथ नहीं है। हमारे पास पैसे नहीं है कि अपनी जरुरतों को पूरा कर सकें। मैंने कई बार अपने खेल के आधार पर नौकरी की अपील की पर मुझे कुछ हासिल नहीं हुआ।’
मां संग किराए पर रह कर किसी तरह भर रहीं पेट
दिलराज अपने समय में सर्वश्रेष्ठ पैरा एयर पिस्टल निशानेबाजी में शानदार प्रदर्शन का परिचय दे चुकी हैं। वो टैलेंट से भरपूर हैं, इस बात का प्रमाण तो सभी ने देख ही लिया है। उन्होंने अपने करियर में दो दर्जन से ज्यादा राष्ट्रीय पदक व अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए हैं। हालांकि इस वक्त वो अपनी मां गुरबीत संग देहरादून में ही किराए पर रहती हैं। इसके अलावा फुटपाथ पर चिप्स व बिस्कुट बेच कर ही अपनी गुजर-बसर कर रही हैं।
ऋषभ वर्मा