कोविड: दूरी है जरूरी मगर ऐसे रहें मदद के लिए हमेशा साथ

कोरोना वायरस…. आज से एक साल पहले तक शायद ही इसका नाम कोई जानता हो, लेकिन आज ये नाम एक बद्दुआ बनकर हम सब की ज़ुबा पर आ रहा है. कोरोना वायरस ने हर किसी की ज़िंदगी को बदल कर रख दिया है. इस वायरस ने अपनों को भी हमसे दूर कर दिया है. आज सुख हो या दुःख हम किसी के साथ खड़े नहीं रह सकते. हाल ये है कि कहीं कोई अपने माता-पिता से दूर है तो कहीं कोई अपने ही बच्चों से. इतना ही नहीं हम एक साथ रहने में, छूने से घबरा रहें हैं. महामारी के इस दौर में जब लोगों को एक दूसरे के साथ की, उनके प्यार की ज़रूरत पड़ रही है तब लोगों को जान बचाने के डर से घरों में छुपना पड़ रहा है.

किसी ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द व्यक्त करते हुए लिखा है की “पॉजिटिव एक प्यारा शब्द था वो भी बदनाम हो गया.” बहुत से लोग इस महामारी में सुरक्षित तो हैं लेकिन ये सब सुन-सुन कर डिप्रेशन में जा रहें हैं. इस महामारी के दौर में अपनों के साथ और प्यार का अभाव तो है लेकिन इससे आपको डिप्रेशन में जाने की ज़रूरत नहीं है बल्कि ज़रूरत है इस दूरी को नज़दीकियों में बदलने की. आइए जानते हैं कुछ ऐसी बातें जिससे आप इस बुरे दौर में भी अपनों के पास उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार रह सकते है.

वीडियो कॉल करते रहें

कोरोना वायरस की वजह से अपनों से बनी दूरियों को नजदीकियों में बदलने के लिए स्मार्ट फोन का सहारा लेना सबसे बेहतर होगा. आप जिन अपनों से मिलने और बात करने के लिए तरस रहे हैं. उनको देख नहीं पा रहे हैं. उन सबसे मिलाने में ये फोन आपकी काफी मदद करेगा. आप स्मार्ट फोन के ज़रिये घर में सेफ रहते हुए वीडियो कॉल से केवल बात ही नहीं कर सकेंगे बल्कि अपनों को देख भी सकेंगे. ये फोन आपकी उनसे मिलने की इच्छा को काफी हद तक पूरा कर सकेगा. इसके जरिये आप अपनों की तबियत का ध्यान रख सकते हैं.

इन लोगों के मोबाइल नंबर होना जरूरी

अगर आपके पास स्मार्ट फ़ोन नहीं भी है तो कोई चिंता की बात नहीं है. आप अपने अपनों से मोबाइल के ज़रिये दूरियों को कम कर सकते हैं. दिन में कई बार आप एक-दूसरे का हाल जान सकते हैं, उनको सांत्वना और तसल्ली दे सकते हैं. इसके साथ ही आप के पास अपनों के आसपास के लोगों का नंबर, पास के कोविड अस्पतालों, नजदीकी पुलिस थाना, ग्रोसरी शॉप और नजदीकी समाजसेवा संस्थान का भी नंबर रखना चाहिए. साथ ही किसी तरह की सलाह देनी हो या कोरोना से बचाव के सुझाव आदि मोबाइल फोन से दे सकते है.

लैपटॉप और डेस्कटॉप बनेगा सहारा

अगर आप एक साथ अपनी पूरी फैमिली को देखना और उनसे बात करना चाहते हैं तो लैपटॉप या डेस्कटॉप पर वीडियो कॉल के ज़रिये आप अपनी इस तमन्ना को पूरा कर सकते हैं. आजकल काफी लोगों के पास लैपटॉप और डेस्कटॉप होता है. वैसे भी कोरोना के इस दौर में वर्क फ्रॉम होम करवाने के चलते कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को लेपटॉप दे रखा है. आप कप्यूटर का सहारा अपनों से दूरियों को कम करके नज़दीकियों को बढ़ाने के लिए ले सकते हैं. कम्प्यूटर की डिसप्ले स्क्रीन बड़ी होने की वजह से पूरी फैमिली एक साथ आपसे कनेक्ट हो सकेगी.

सोशल मीडिया की ले सकते हैं मदद

सोशल मीडिया भी आपकी दूरियों को कम करने में आपकी मदद करेगा. दिन हो या रात या फिर कोई और समय आप किसी भी समय फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्ट्राग्राम और शेयर चैट जैसी सोशल साइट्स का सहारा अपनों से बात करने के लिए ले सकते हैं. इनके ज़रिये आप मैसेज भी कर सकते हैं और वीडियो कॉल से कभी भी कॉन्टेक्ट कर सकते हैं. जो आपको अपनों के पास होने का अहसास करवाएगा.

– कविता सक्सेना श्रीवास्तव

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com