लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सत्ताधारी पार्टी भाजपा के विधायक और नेता इस वक्त खौफ के दौर से गुजर रहे हैं। खौफ भी ऐसे अपराधियों का है, जिनका न तो नाम मालूम है और न ही पता। बीजेपी विधायकों को फोन पर व्हाट्सएप के माध्यम से 10-10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी जा रही है। रुपये न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गयी। बुधवार को 11 और विधायकों से रंगदारी की मांग की गयी। वहीं एक पूर्व विधायक, एक पूर्व मंत्री और भाजपा कार्यकता को भी धमकी भरा मैसेज आया है। कुल मिलकर अब तक 23 लोगों के पास धमकी भरा मैसेज आ चुका है।
भाजपा विधायकों से रंगदारी के संबंध में हजरतगंज, महानगर और विभूतिखण्ड थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी है। बीजेपी विधायकों और नेताओं को धमकी मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को दो और विधायकों को अंतर्राष्ट्रीय नंबर से धमकी भरे मैसेज मिले। बाराबंकी के फतेहपुर कुर्सी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा और कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी को व्हाट्सएप पर मैसेज कर रंगदारी मांगी गई है। दोनों को भी इस बात की धमकी मिली है कि अगर रुपये नही दिये तो उनकी व उनके परिवार के लोगों की हत्या कर दी जायेगो।
दोनों ही विधायकों की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। कुर्सी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा को बुधवार को व्हाट्सएप पर अंतर्राष्ट्रीय नंबर से मैसेज आया। उसके जरिय कॉलर ने दस लाख रुपये रंगदारी मांगी और न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। शिकायत लेकर विधायक एसपी वीपी श्रीवास्तव के पास पहुंचे।
मैसेज देखने के बाद एसपी के निर्देश पर फतेहपुर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि विधायक के सीतापुर में महमूदाबाद स्थित आवास पर भी सुरक्षा बढ़ाने के लिए वहां के एसपी को पत्र लिखा गया है। इस मामले में कार्रवाई के लिए एसटीएफ की मदद ली जा रही है।
उधर कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी को भी अंतर्राष्ट्रीय नंबर से धमकी भरे मैसेज मिले हैं। उन्होंने भी पुलिस से शिकायत की है। इस मामले में सीओ हजरतगंज अभय मिश्रा ने कहा कि इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है और पुलिस छानबीन में लगी है। अभी तक बीजेपी के करीब एक दर्जन विधायकों से व्हाट्सएप के जरिए 10-10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी है।
कुछ ऐसा ही धमकी भरा मैसेज एटा के अलीगंज से विधायक सत्यपाल राठौर और हरदोई के गोपामऊ से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश के पास भी आया है। वहीं विधायक मूल चंद्र निरंजन, सतीश द्विवेदी, धीरेन्द्र बहादुर, बृजेश प्रजापति, नरेन्द्र सिंह, नीरज बोरा, सुरेश श्रीवास्तव के अलावा रामपुर के पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना, पूर्व मंत्री और भाजपा नेता राजेश त्रिपाठी अब भाजपा में और भाजपा कार्यकर्ता सुशील चौरसिया से भी रंगादरी मांगी गयी है।
तीन सदस्यीय एसआईटी करेगी जांच
भाजपा विधायकों को धमकी और रंगदारी मिलने के मामले में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बुधवार को तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर दी है। आईजी एसटीफ अमिताभ यश को टीम हेड बनाया गया है। उनके साथ टीम में एटीएस के एसएसपी जोगेंद्र और एसटीएफ के एएसपी त्रिवेणी सिंह हैं। यह टीम जिलों के पुलिस अधीक्षकों को मामले के संबंध में दिशा-निर्देश देंगे।
दाऊद गैंग का नाम निकल कर सामने आया
प्रदेश में भाजपा विधायकों को धमकी दिये जाने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। भाजपा विधायकों को पाकिस्तान में बैठे डान दाऊद इब्राइिम का गुर्गा धमकियां दे रहा है। धमकी अमेरिका के ओस्टीन टैक्सस से दी जा रही है और आईडी दाऊद के गुर्गे की इस्तेमाल की जा रही है। यूपी ही नहीं ऐसी धमकियां देश के अन्य हिस्सों में भी वीआईपी लोगों को दी गई हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों को जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने के निर्देश दिये हैं। यूपी के एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि विधायकों को धमकी दिये जाने का मामला बड़ी साजिश प्रतीत हो रहा है। प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि जिस आईडी से वाट्सएप किया जा रहा है वह दाऊद के गुर्गे की है। यह दाऊद का गुर्गा कहां किस देश में है इसकी छानबीन की जा रही है।
केन्द्रीय जांच एजेसियोंं से भी मदद ली जा रही है
इस मामले को लेकर एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि मामला इंटरनेशल कनेक्शन का है। इसलिए राज्य की जांच एजेंसियों के अलावा केन्द्रीय एजेंसियों से भी मदद मांगी गयी है। उन्होंने बताया कि धमकी भरे मैसेज न सिर्फ यूपी बल्कि दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लोगों के पास भी आये हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक की गयी छानबीन में यह नम्बर लैंडलाइन का है और उस पर वाट्सअप सेवा भी है। उन्होंने बताया कि ऐसा लग रहा है कि लोगों में डर और खौफ पैदा करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से इस बात की अपील की है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस व जांच एजेंसी जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का खुलासा कर लेगी।
इन मिली रंगदारी की धमकी
1- शशांक त्रिवेदी- महोली सीतापुर
2- डॉ अनीता लोधी राजपूत-डिबाई बुलंदशहर
3- लोकेंद्र प्रताप सिंह- मोहम्मदी लखीमपुर खिरी
4- वीर विक्रम सिंह-कटरा शाहजहांपुर
5- विनय द्विवेदी- मेहनौन गोण्डा
6- प्रेम नारायण पांडेय- तरबगंज गोण्डा
7- विनोद कटियार-भोगनीपुर कानपुर देहात
8- श्याम बिहारी लाल- बरेली
9- मानवेंद्र सिंह-दादरौल शाहजहांपुर
10- रजनीकांत मणि त्रिपाठी- कसया कुशीनगर
11- साकेंद्र प्रताप वमा-कुर्सी बाराबंकी
12- सत्यपाल राठौर- एटा अलीगंज
13- श्याम प्रकाश-गोपामऊ हरदोई
14- मूल चंद्र निरंजन- माधवगढ़ जालौन
15- सतीश द्विवेदी, इटवा सिद्घार्थनगर
16- धीरेन्द्र बहादुर- सरैनी रायबरेली
17- बृजेश प्रजापति- ददरोल शाहजहांपुर
18- नरेन्द्र सिंह- कालपी जालौन
19- नीरज बोरा- लखनऊ उत्तर
20- सुरेश श्रीवास्तव- लखनऊ पश्चिम
21- रामपुर के पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना
22- पूर्व मंत्री और भाजपा नेता राजेश त्रिपाइी
23- भाजपा कार्यकर्ता- सुशील चौरसिया