नई दिल्ली,  इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी मोइन अली ने टेस्ट क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 34 वर्षीय और 64 टेस्ट के अनुभवी मोइन अली ने फैसला किया है कि उन्हें अब सबसे लंबा प्रारूप खेलने की भूख नहीं है। हालांकि, इसके पीछे की वजह टी20 विश्व, एशेज सीरीज और कोरोना वायरस महामारी से जुड़ी है, क्योंकि कोरोना के कारण क्रिकेटर घर वालों को समय नहीं दे पा रहे हैं।
वह आने वाले महीनों में टी20 विश्व कप और एशेज टीम दोनों के संभावित सदस्य के रूप में घर से दूर एक विस्तारित समय की संभावना से असहज हैं। वह वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में हैं और आइपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे हैं, लेकिन समझा जाता है कि मोइन अली हाल के दिनों में इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड और इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट को संन्यास के बारे में सूचित किया था।
वह सफेद गेंद वाले क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए अपना करियर जारी रखने के इच्छुक हैं और उनसे काउंटी और फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना जारी रखने की भी उम्मीद है। ऐसा लगता नहीं है कि वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे, लेकिन उस पर अभी तक कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है। मोइन अली का टेस्ट करियर शानदार रहा है। वे एक आलराउंडर के तौर पर जाने गए हैं, जहां वे 100 से ज्यादा विकेट और 2000 से ज्यादा रन बना चुके हैं।
मोइन अली 2000 टेस्ट रन और 100 विकेट के मील के पत्थर तक पहुंचने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शुमार हैं। उनके अलावा इयान बाथम, गैरी सोबर्स और इमरान खान ने ही ये कमाल किया है। इंग्लैंड के केवल 15 गेंदबाजों ने उनसे अधिक टेस्ट विकेट लिए हैं। ICC की टेस्ट रैंकिंग में वे तीसरे सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने 2014 में टेस्ट डेब्यू किया था और आखिरी मैच इसी महीने भारत के खिलाफ खेला था। वे 64 मैचों में 5 शतक और 14 अर्धशतकों के दम पर 2914 रन बना चुके हैं और 195 विकेट भी अपने नाम कर चुके हैं।
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