लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहले साइबर अटेक हुआ है। कृष्णानगर इलाके में स्थित प्रतिष्ठित पिकैडली होटल पर साइबर अटेक की घटना घटी है। साइबर हमले में हैकरोंं ने होटल के सर्वर में घुसकर सात साल का डाटा हैक कर लिया। डाटा का वापस लेने के लिए हैकरों ने एक ई-मेल आईटी पर सम्पर्क करने के लिए कहा है। फिलहाल इस मामले में कृष्णानगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है। होटल की साइबर टीम हैक हुए डाटा को निकालने की कोशिश में लगी है।
कृष्णानगर के कानपुर रोड इलाके में पिकैडली होटल है। इस होटल में जितेन्द्र कुमार फाइनेंस कंट्रोल के पद पर कार्यरत हैं। उनका कहना है कि 27 फरवरी की रात करीब 11.45 बजे होटल के मुख्य सर्वर पर साइबर अटैक किया गया। हैकरों ने वर्ष 2012 से लेकर 27 फरवरी 2019 तक का सारा डाटा इंक्रप्ट कर उसको ईटीएच फाइल में बदल दिया।
होटल प्रशासन ने जब सर्वर पर मौजूद डाटा खोलने की कोशिश की तो डाटा नहीं खुला और साथ ही (ALL YOUR DATA HAS BEEN LOCKED US. YOU WANT TO RETURN ? WRITE EMAIL helpfilerestore@india.com) रंगदारी का मैसेज दिखने लगा। होटल के सर्वर पर साइबर अटैक की बात पता चलते ही होटल प्रशाासन के होश उड़ गये। इसके बाद छानबीन शुरू की गयी तो पता चला कि वर्ष 2012 तक का सारा डाटा इंक्रप्ट हो चुका है जो अब पढऩे लायक ही नहीं बचा है। होटल प्रशासन की साइबर टीम ने अपने स्तर से छानबीन शुरू की तो पता चला कि यह पूरी घटना रंगदारी मांगने के लिए हैकरों ने अंजाम दी है।
हमले के लिए क्रप्टो रैंसमवेयर वायरस का प्रयोग किया गया
हैकरों ने होटल के मुख्य सर्वर पर हमले के लिए रैंसमवेयर वायरस का प्रयोग किया। साइबर के जानकार बताते हैं कि हैकर क्रड्डठ्ठह्यशद्व2ड्डह्म्द्ग वायरस को स्पेम मेल के जारिए किसी भी कम्प्यूटर पर भेजते हैं। स्पेम मेल खोलने पर वायरस अपने आप कम्प्यूटर में डाउनलोड हो जाता है और फिर सारे डाटा का इंक्रप्ट कर बेकार कर देता है। कभी-कभी कुछ आपत्तिजनक वेबसाइट पर भी यह वायरस मौजूद होता है। जैसे ही कोई उस वेबसाइट को खोलता है वायरस कम्प्यूटर में प्रवेश कर सारी फाइल को खराब कर देता है। रैंसमवेयर वायरस दो तरह के होते हैं। पहला क्रप्टो रैंसमवेयर और दूसरा लॉकर रैंसमवेयर। क्रप्टो रैंसमवेयर कम्प्यूटर के सारे डाटा की फाइल को इंक्रप्ट कर उनको ऐसा बना देता कि फाइल और डाटा पढऩे लायक ही नहीं रहता है। वहीं लॉकर रैंसमवेयर कम्प्यूटर को पूरी तरह लॉक कर देता है और फिर उस कम्प्यूटर का प्रयोग नहीं हो सकता है।
फाइनेंस कंट्रोल ने दर्ज करायी एफआईआर
होटल के सर्वर पर साइबर अटैक के मामले में शनिवार को होटल में कार्यरत वित्तय नियंत्रक जितेन्द्र कुमार सिंह ने कृष्णानगर पुलिस से शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए कृष्णानगर पुलिस ने इस मामले 420 आईपीसी 65, 66सी, 66डी आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। मामला साइबर क्राइम से जुड़ा होने की वजह से अब कृष्णानगर पुलिस इसको सुलझाने के लिए साइबर क्राइम सेल की मदद ले रही है।
राजधानी मेें साइबर अटैक की पहली घटना
मई वर्ष 2017 में देश में बड़े पैमाने पर साइबर अटैक की घटना घटी थी। रैंसमवेयर वायरस ने कई कम्प्यूटरों के डाटा को हैक कर लिया था। साइबर अटैकरों ने इसके बदले बिटक्वाइन में रंगदारी मांगी थी। यूपी की अगर बात की जाये तो 16 मई को गोरखपुर के कैंट स्थित भारत ट्रैडिंग क पनी यमाहा शोरूम का कम्प्यूटर रैंसमवेयर वायरस के जरिए हैक कर लिया गया। इस संबंध में कैण्ट कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी हैंकर्स ने शोरूम के मालिक से 300 डालर की रंगदारी मांगी है। भारत ट्रैडिंग क पनी के मालिक संदीप कुमार वैश्य से हैकर्स ने कारोबारी से बीटक्वाइन में रंगदारी की मांग थी। अब लखनऊ के पिकैडली होटल के सर्वर पर साइबर अटैक की घटना राजधानी लखनऊ में पहला साइबर हमला है। इससे पहले कभी लखनऊ में इस तरह की घटना नहीं घटी थी।
होटल के सर्वर में लेखाजोखा और सारे दस्तावेज थे मौजूद
होटल के वित्तय नियंत्रक जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि होटन के सर्वर में आने वाले लोगों की सारी इंट्री, बुकिंग की डीटेल, भुगतान संबंधित जानकारियों और महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे थे। उन्होंने बताया कि उनकी साइबर टीम ने फिलहाल हमला करने वाले साइबर जालसाजों से सम्पर्क न करने की बात कही थी। साथ ही होटल की टीम इंक्रप्ट हुए डाटा को फिर से हासिल करने में लगी है। उन्होंने बताया कि इस साइबर अटैक की वजह से काम में काफी नुकसान भी हुआ है।