लखनऊ : राजधानी के पारा इलाके में एक जिम संचालक को अगवा कर बुरी तरह पिटाई सड़क पर गिरा-गिराकर दबंगों ने लाठी-डंडे से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। सिर्फ इतना ही नहीं आरोपियों ने जिम संचालक के सिर के बाल और मूछ मुड़वाकर सड़क किनारे फेंक दिया और मौके से फरार हो गए। दबंगों की यह घटना वहां लगे एक सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गयी। इस मामले में पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की और हलकी धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली। मामले की शिकायत एसएसपी दीपक कुमार तक पहुंची तो उन्होंने कड़ा रूख अपनाते हुए इंस्पेक्टर पारा परशुराम त्रिपाठी को लाइन हाजिर कर दिया।
पारा के मोहन रोड इलाके में अर्शित तिवारी अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह एक जिम चलाने का काम करते हैं। अर्शित के अनुसार शनिवार सुबह करीब छह बजे वह अपने जिम में मौजूद थे। इसी बीच कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी आशियाना निवासी विश्वजीत और भिलावां आजाद नगर कृष्णानगर निवासी अनिल सिंह अपने एक साथी के साथ कार से वहां पहुंचे। तीनों आरोपी र्शित के जिम में घुस गये और उसकी पिटाई शुरू कर दी।
अर्शित ने विरोध किया तो उसे तीनों जिम के बाहर खींच लाए और सड़क पर पटक दिया। आरोप है कि उन लोगों ने सड़क पर अर्शित को बाल पकड़कर गिरा दिया और उसे डंडे से बेरहमी से पीटा। इसके बाद आरोपी पीडि़त को घसीटते कर अपनी कार में डाल कर फरार हो गये। अर्शित के भाई ने फौरन सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची और अमन ने सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना को देखकर आरोपितों की शिनाख्त की।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी विश्वजीत को फोन किया और अर्शित को लेकर आने के लिए कहा। पुलिस के कहने के बावजूद भी आरोपी दो घंटे तक अर्शित को बंधक बनाये रहे और इसके बाद उसके सिर व मूंछ के बाल भी मुंड़वा कर उसको काकोरी मोड़ पर कार से बाहर फेंककर फरार हो गए। इसके बाद पीहड़त अर्शित पुलिस के पास पहुंचा। अर्शित ने पुलिस को बताया कि विश्वजीत अपने साले अनिल व अन्य साथी के साथ उसे अगवा कर कृष्णानगर के विजय नगर ले गये थे। बताया जाता है कि आरोपी विश्वजीत की पत्नी अर्शित के जिम में आती है। इस मामले में एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है और उनकी तलाश की जा रही है।
मामले को दबाने के चलते नपे इंस्पेक्टर पारा
जिम संचालक को दिनदहाड़े अगवा कर मारपीट करने व उसके बाल मुंड़वा की घटना को पारा पुलिस ने हलके में लिया। पुलिस ने पहले तो मामले को मैनेज करने की कोशिश की पर बाद में पुलिस ने इस मामलें रिपोर्ट तो दर्ज कर ली पर किसी भी अधिकारी को इस बारे में कुछ नहीं बताया। रविवार को पुलिस के आलाधिकारियों को इस घटना के बारे में पता चला तो पारा पुलिस को जमकर फटकार लगायी गयी। वहीं एसएसपी दीपक कुमारी ने भी कड़ा रूख अपनाते हुए रविवार को इंस्पेक्टर पारा परशुराम त्रिपाठी को लाइन हाजिर कर दिया है।