उ.कोरिया की परमाणु धमकी के बावजूद अमेरिका ने शुरू किया ये काम

मालूम हो कि ‘उल्ची फ्रीडम शील्ड’ अभ्यास दक्षिण कोरिया में एक सितंबर तक जारी रहेंगे। इसमें विमानों, युद्धक जहाजों, टैंकों और संभावित रूप से हजारों सैनिकों के साथ अभ्यास किया जाएगा।

अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने सोमवार को बड़े पैमाने पर संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया। उत्तर कोरिया की बढ़ती परमाणु धमकी के बीच दोनों देशों ने यह कदम उठाया है और इसे अपनी सुरक्षा मजबूत करने की कवायद के तौर पर पेश कर रहे हैं। यह पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास है। इन अभ्यासों पर उत्तर कोरिया आक्रोशित प्रतिक्रिया दे सकता है।

‘उल्ची फ्रीडम शील्ड’ अभ्यास दक्षिण कोरिया में एक सितंबर तक जारी रहेंगे। इसमें विमानों, युद्धक जहाजों, टैंकों और संभावित रूप से हजारों सैनिकों के साथ अभ्यास किया जाएगा। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अपने अभ्यासों को रक्षात्मक बताया है जबकि उत्तर कोरिया इन्हें आक्रमण का अभ्यास मानता है।

‘अभी नहीं मिला असामान्य गतिविधि का संकेत’

दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय के प्रवक्ता चो जूंग-हून ने इसे लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया को अभी उत्तर कोरिया के किसी असामान्य गतिविधि को अंजाम देने या अन्य कोई संकेत नहीं मिला है। हालांकि, ऐसी कोई असामान्य प्रतिक्रिया होने की संभावना है।

परमाणु निरस्त्रीकरण की पेशकश उत्तर कोरिया ने ठुकराई

गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के साथ कूटनीति के माध्यम से बातचीत करने के चलते अपने नियमित अभ्यासों में से कुछ को रद्द कर दिया था। इसे लेकर कोविड-19 वैश्विक महामारी संबंधी चिंताओं को भी जिम्मेदार बताया गया। उत्तर कोरिया ने पिछले सप्ताह दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक योल की उस पेशकश ठुकरा दिया था जिसमें परमाणु निरस्त्रीकरण के कदम उठाने के बदले में उसे आर्थिक लाभ देने की बात कही गई थी।

‘उल्ची फ्रीडम शील्ड’ अभ्यास दक्षिण कोरिया में एक सितंबर तक जारी रहेंगे। इसमें विमानों, युद्धक जहाजों, टैंकों और संभावित रूप से हजारों सैनिकों के साथ अभ्यास किया जाएगा। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अपने अभ्यासों को रक्षात्मक बताया है जबकि उत्तर कोरिया इन्हें आक्रमण का अभ्यास मानता है।

‘अभी नहीं मिला असामान्य गतिविधि का संकेत’
दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय के प्रवक्ता चो जूंग-हून ने इसे लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया को अभी उत्तर कोरिया के किसी असामान्य गतिविधि को अंजाम देने या अन्य कोई संकेत नहीं मिला है। हालांकि, ऐसी कोई असामान्य प्रतिक्रिया होने की संभावना है।

परमाणु निरस्त्रीकरण की पेशकश उत्तर कोरिया ने ठुकराई
गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के साथ कूटनीति के माध्यम से बातचीत करने के चलते अपने नियमित अभ्यासों में से कुछ को रद्द कर दिया था। इसे लेकर कोविड-19 वैश्विक महामारी संबंधी चिंताओं को भी जिम्मेदार बताया गया। उत्तर कोरिया ने पिछले सप्ताह दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक योल की उस पेशकश ठुकरा दिया था जिसमें परमाणु निरस्त्रीकरण के कदम उठाने के बदले में उसे आर्थिक लाभ देने की बात कही गई थी।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com