उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल को उनके पद से हटा दिया है। मुकुल गोयल को शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभागीय कार्यों में रुचि न लेने एवं अकर्मण्यता के चलते पद से मुक्त करते हुए डीजी नागरिक सुरक्षा के पद पर भेजा गया।
एचसी अवस्थी के रिटायर होने के बाद पिछले वर्ष जून में 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी मुकुल गोयल को उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। उन्होनें मुकुल गोयल ने दो जुलाई, 2021 को पुलिस महानिदेशक का पदभार संभाला था। इससे पहले वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एडीजी आपरेशन्स, बीएसएफ के पद पर तैनात थे।
मुकुल गोयल ने दो बार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान अहम पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर वह पहली बार वर्ष 2007 में डीआइजी के पद पर तैनात रहते हुए गए थे और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान ही आइजी के पद पद पदोन्नत हुए थे। वह एडीजी बनने के बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दोबारा वर्ष 2016 में गए थे और उनकी तैनाती बीएसएफ में बतौर आइजी हुई थी। जहां वह जुलाई 2017 में एडीजी बन गए थे।
आइपीएस मुकुल गोयल मूल रूप से शामली के रहने वाले हैं। अब उनका आवास मुजफ्फरनगर की नई मंडी कोतवाली क्षेत्र स्थित भरतिया कॉलोनी में है। मुकुल की प्राथमिक शिक्षा शहर के ही वैश्य मांटेसरी स्कूल में हुई। वर्तमान में इसका नाम वीवी इंटर कालेज शामली है। इसके बाद वह अपने पिता महेंद्र कुमार गोयल के पास धनबाद चले गए जो माइनिंग इंजीनियर थे।
डीजीपी बनने की कतार में पांच आइपीएस अधिकारी : मुकुल गोयल को डीजीपी के पद से हटाए जाने के बाद इस पद पर वरिष्ठता के क्रम में पांच आइपीएस अधिकारी कतार में हैं। डा. आरपी सिंह का नाम सबसे आगे है। 1987 बैच के ही आइपीएस अधिकारी आरपी सिंह वर्तमान में डीजी प्रशिक्षण के पद पर हैं। वरिष्ठता सूची में इसी बैच के जीएल मीणा का नाम दूसरे स्थान पर है। वह अभी डीजी सीबीसीआइडी के पद पर हैं। डीजी पुलिस भर्ती आरके विश्वकर्मा, डीजी इंटेलीजेंस डीएस चौहान और डीजी जेल के पद पर तैनात आनन्द कुमार के नाम भी अगले डीजीपी के तौर पर चर्चा में हैं।