अयोध्या: अयोध्या में रविवार को वीएचपी की ओर से आयोजित धर्मसभा को लेकर धीरे-धीरे वहां भीड़ बढ़ती जा रही है। शहर के लोग किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे भी 24 नवंबर को अयोध्या पहुंचने वाले हैं। यहां उनका संतों से मिलने का कार्यक्रम है। अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम को लेकर एडीजी टैक्नीकल आशुतोष पाण्डेय और झांसी रेंज के डीआईजी सुभाष बघेल को जिम्मेदारी दी गयी है।
वीएचपी की धर्मसभा में दो लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है। उधर शहर के लोग इन आयोजनों को लेकर काफी आशंकित हैं। हिंदू और मुस्लिम परिवारों ने तनाव और हालात बिगडऩे के डर से राशन जमा करना शुरू कर दिया है। पूरे शहर में सीआरपीएफ और पीएसी के साथ- साथ यूपी पुलिस की भारी तैनाती की गयी है। राम जन्मभूमि के अंदर और बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बलों के तैनाती की गई है।
फैजाबाद डिविजनल कमिश्नर मनोज मिश्रा ने कहा कि परिसर के पास सिर्फ उन्हें ही जाने की अनुमति है जो दर्शन के मकसद से वहां जाना चाहते हैं। हालांकि अयोध्या में धारा 144 लागू कर दी गई है लेकिन गुरुवार को वीएचपी को रोड शो करने से रोका नहीं जा सका। इस रोड शो का नेतृत्व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया।
वे रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे का नारा लगा रहे थे। वीएचपी लीडर भोलेंद्र सिंह ने कहा कि हम राम जन्मभूमि की लड़ाई लडऩे जा रहे हैं। वीएचपी का रोड शो फैजाबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों से होकर भी गुजरा हालांकि इस दौरान वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। उधर अयोध्या के व्यापारियों ने वीएसपी की इस सभा का विरोध करने का फैसला किया है।
दरअसल 6 दिसंबर 1992 जैसी घटना की आशंका में अयोध्या के व्यापारियों ने वीएचपी के रोड शो के बहिष्कार का फैसला किया। उनकी संस्था संयुक्त व्यापार मंडल फैजाबाद ने गुरुवार को कहा कि वह रविवार को वीएचपी की होने वाली धर्मसभा का विरोध करेगी और मुंबई से यहां आ रहे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को काला झंडा दिखाएगी।
अयोध्या में तरह-तरह की चर्चाएं है। लोगों में डर और खौफ का माहौल भी है। वहीं अयोध्या में होने वाली धर्मसभा को एडीजी तकनीकी आशुतोष पाण्डेय और डीआईजी झांसी रेंज सुभाष सिंह बघेल को सुरक्षा के लिए अयोध्या भेजा गया है। दोनों अधिकारी कार्यक्रम खत्म होने तक अयोध्या में ही कैम्प करेंगे।