जब भी कोई खिलाड़ी अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करता है तो उसका बस यही सपना होता है कि उसका करियर आसमान की बुलंदियों पर पहुंच कर एक यादगार लम्हे के साथ अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहे। लेकिन जब बात भारतीय खिलाड़ियों के यादगार फेरलवेल की आती है तो बड़ी बात ये है कि कई भारतीय दिग्गज खिलाड़ियों को वो यादगार फेयरवेल नहीं मिला जिनके वो हकदार रहे हैं।
इस लिस्ट में सहवाग, गंभीर, युवराज, इरफान–पठान व पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी शामिल हैं।
1.सचिन तेंदुलकर
भारत के लिए सचिन ने1989से लेकर2013तक अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया है। इस बीच उन्होंने100अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड भी कायम किया है। 2013में वेस्टइंडीज के खिलाफ2टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले ही सचिन में अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी। खास बात ये थी कि सचिन का आखिरी टेस्ट मैच उनके करियर का 200वां टेस्ट मैच भी था। इस खास मौके के लिए बीसीसीआई ने सचिन के फेयरवेल मैच का आयोजन उनके होम ग्राउंड मुंबई के वानखेड़े में ही कराया था। हालांकि सचिन इस मैच में शतक बनाने से चूक गए थे। इस मैच में उन्होंने 74 रन की पारी खेली थी। इस मैच को टीम इंडिया ने पारी और126रनों के अंतर से जीत दर्ज कर सचिन को शानदार विदाई दी थी।
2.राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें धोनी की कप्तानी में वो शानदार फेयरवेल मिला जिसके वो हकदार रहे हैं। भले ही द्रविड़ एक बेहतरीन टेस्ट प्लेयर होने के बावजूद उन्हें टेस्ट मैचों में फेयरवेल न मिल पाया हो लेकिन साल2011में इंग्लैंड के साथ हुई वन डे और टी20सीरीज में उन्हें खेलने का मौका मिला था। द्रविड़ ने इस सीरीज की शुरुआत में ही अपने रेटायरमेंट का ऐलान भी कर दिया था। अपने आखिरी वन डे मैच में द्रविड़ ने शानदार69रन बनाए थे लेकिन इसके बावजूद ये पारी टीम को जीताने में काफी नहीं थी। भारतीय टीम द्रविड़ को जीत से के साथ विदाई देने में सफल नहीं हो पाई थी
3.सौरव गांगुली
अगर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सर्वकालीन महान कप्तानों की बात होगी तो उसमे गांगुली का नाम हमेशा ही आएगा। सौरव ने ही एक नई टीम इंडिया को जन्म दिया है। उन्होंने विदेश की धरती पर टीम इंडिया को जीतना सिखाया। कुल मिलाकर सौरव का क्रिकेट करियर काफी सफल रहा है। इस सफल क्रिकेट करियर का अंत भी शानदार रहा है। सौरव ने साल2008में हुई ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज से पहले ही बता दिया था की ये उनकी आखिरी टेस्ट सीरीज थी। अनिल कुंबले के संन्यास लेने के बाद आखिरी टेस्ट मैच में धोनी ही कप्तानी कर रहे थे। विदर्भ में खेले अपने आखिरी टेस्ट मैच में सौरव ने पहली पारी में 85रन भी बनाए थे पर दूसरी पारी में शून्य पर आउट भी हो गए थे। टीम इंडिया ने इस मैच को174रनों से जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही सौरव को शानदार फेयरवेल दिया था।
ऋषभ वर्मा
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features