कोरोना के केस जैसे–जैसे नीचे आ रहे हैं, वैसे वैसे ही खेल प्रतियोगिताएं भी बहाल होती दिख रही हैं। कोरोना के चलते स्थगित हुए आईपीएल के दूसरे चरण को बीसीसीआई ने यूएई में कराने का फैसला किया है।
आईपीएल सीजन 14 के बचे हुए 31 मैच सितम्बर से अक्टूबर के बीच खेलने को लेकर सहमति बनी है। फिलहाल भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए इंग्लैंड पहुंच कर एकांतवास में है जबकि महेंद्र सिंह धोनी अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रहे हैं। जल्द ही वो भी बाकि बचे मैचों के लिए अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़ेंगे। इस बीच उनके रिटायरमेंट को लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। इस बात का खुलासा उन्हीं की टीम के खिलाड़ी ऋतुराज गायकवाड़ ने किया है। तो चलिए जानते हैं आखिर वो खुलासा है क्या।
10 महीने के बाद तोड़ी चुप्पी
धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अपने रिटायरमेंट के फैसले से अपने फैंस को सक्ते में डाल दिया था। हालांकि धोनी के संन्यास के 10 महीने बाद चेन्नई के ओपनिंग बैट्समैन ऋतुराज ने धोनी के संन्यास को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने ड्रेसिंग रूम और टीम के बीच उस वक़्त कैसा माहोल था, इसका खुलासा क्रिकेट फैंस के सामने किया है।
किसी को इस बारे में नहीं थी कोई भी जानकारी
धोनी के साथ सीजन 2013 से जुड़े ऋतुराज ने बताया की वो दिन भी बाकि दिनों की तरह था। किसी को इस बात की भनक तक नहीं हुई थी की वो ऐसा करने वाले हैं। उनको भी धोनी के संन्यास लेने की खबर बाकि खिलाड़ियों की तरह ही सोशल मीडिया पर डाले महेंद्र सिंह धोनी के पोस्ट से ही हुई थी। ऋतुराज ने बताया की उन्हें धोनी के इस पोस्ट पर यकीन तक नहीं हुआ था। उन्हें लगा शायद धोनी मीडिया के साथ मजाक कर रहे हैं क्योंकि मीडिया उस वक़्त धोनी के रिटायरमेंट की खबरों को लेकर कुछ भी खबर छाप रहा था।
धोनी से इस बारे में पूछने की नहीं हुई हिम्मत
ऋतुराज ने बताया की जिस वक़्त धोनी के संन्यास की खबर आयी थी उस वक़्त वो दुबई आईपीएल खेलने के लिए निकलने से पहले 10 -12 खिलाड़ी धोनी के साथ ही प्रैक्टिस कर रहे थे। यहाँ तक की सब साथ भोजन कर रहे थे जब इस बात का पता चला था। अचानक हॉल में सन्नाटा पसर गया था। किसी खिलाड़ी ने आपस में भी किसी से कोई चर्चा तक नहीं की। साथ ही ऋतुराज ने बताया की जब उन्हें इस बात की जानकरी हुई तो वो हिम्मत ही नहीं जुटा पाए की कुछ भी सवाल वो धोनी से पूछ सकते। इसके अलावा उन्होंने बताया की ” मुझे 2 से 3 दिन का वक़्त बस यही यकीन करने में लग गया की अब माही भाई कभी भी नीली जर्सी में खेलते नहीं दिखेंगे।
ऋषभ वर्मा