ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उसका योग बेहद महत्वपूर्ण होता है ग्रहों की स्थिति और 4 को देखकर ही कुंडली बनाई जाती है। इसके साथ ही जातक को प्रेम में धोखा मिलेगा या कामयाबी मिलेगी इसका भी ग्रह चाल निर्धारित करते हैं। दरअसल जातक की राशि प्रेम और धोखे के बारे में बताती हैं तो चले जानते हैं कुंडली में किन ग्रहों के कारण प्रेम संबंध में धोखा प्राप्त होता है।
प्रेम प्रसंग में धोखे की संभावना
ज्योतिष विद्वान कहते हैं कि प्रेम के प्रसंग में चतुर्थ पंचम और सप्तम भाव की अहम भूमिका होती है और इसके साथ ही शुक्र और मंगल की स्थिति भी बहुत जरूरी होती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर राहु किस में कोई भूमिका हो तो प्रेम में धोखा मिलना निर्धारित है।
क्या है प्रेम में धोखा मिलने के उपाय
अगर जातक को प्रेम में धोखा मिल रहा है और वह धोखा नहीं खाना चाहता बार बार तो वह नित दिन सूर्य भगवान को जल अर्पित करें। और इसके साथ ही सुबह-सुबह मां गायत्री की मंत्रों का जाप करें और पूर्णिमा के दिन उपवास जरूर धारण करें ऐसा करने से आपको जो प्रेम में धोखा प्राप्त हो रहा है वह धोखा नहीं मिलेगा या संभावनाएं कम हो जाएंगे।
विवाह में धोखे की संभावना
अगर जातक की कुंडली सातवें भाव में है या इसका स्वामी राहु से संबंध रखता है तो निश्चित ही धोखा मिलेगा उसके साथी शुक्र खराब स्थिति में अगर है तो यह भी धोखे का कारण होता है। जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो उन्हें विवाह में धोखा मिलने की संभावना रहती है।
विवाह में धोखे से बचने के उपाय
अगर आप चाहते हैं कि आपके विवाह में आ रही बाधा बार-बार ना आए और जो आपको बार-बार धोखा मिल रहा है धोखा ना मिले तो कुछ उपाय हैं जिन्हें करने से आपको प्रेम में धोखा नहीं मिलेगा। कुंडली में राहु और शुक्र की स्थिति कुछ जरूर जांच लें और इस पर विचार करें। विवाह सही मुहूर्त में किया जाए तो बेहतर है और नियमित रूप से देवी कवच का पाठ करें । इससे आपको जो विवाह में धोखा मिल रहा है वह नहीं मिलेगा और मां देवी आपकी रक्षा करेंगे।