काम करने वाले लोगों के लिए क्या है मुहूर्त
जो लोग काम करते हैं और उनके पास समय का अभाव है वो लोग सुबह के समय पूजा कर सकते हैं। इनके लिए शाम की जगह सुबह पूजा का समय बताया गया है। यह स्थिर लग्न में पूजा करना होता है। इस बार स्थिर लग्न में 4 नवंबर को वृश्चिक लग्न में पूजा की जाएगा। यह समय कामकाजी लोगों के लिए काफी अच्छा है। दिवाली की सुबह साढ़े सात बजे से लेकर सुबह साढ़े 9 बजे तक आप पूजा कर सकते हैं। शुभ लग्न में माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा कर सकते हैं।
कारोबारियों के लिए क्या है मुहूर्त
व्यापारियों के लिए पूजा का समय दोपहर में बताया गया है। यह कुंभ लग्न में पूजा करने का समय है। दोपहर में डेढ़ बजे से लेकर सवा तीन बजे तक व्यापारी पूजा कर सकते हैं। यह कारोबारियों के लिए शुभ समय है। इस समय माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा करने पर व्यापार में काफी लाभ मिलता है।
घर वालों के लिए मुहूर्त
घर में रहने वालों के लिए शाम का समय पूजा का होगा। इस दौरान वृषभ लग्न में पूजा का काफी शुभ समय माना जा रहा है। गुरुवार को शाम साढ़े छह बजे से साढ़े आठ बजे तक शुभ योग बन रहा है पूजा के लिए। घर पर त्योहार मनाने वाले और लक्ष्मी गणेश की पूजा करने वालों के लिए यह शुभ समय है।
कैसे करें पूजा
घर की उत्तर दिशा में माता लक्ष्मी की पूजा करना शुभ है। लकड़ी का एक पटरा रखकर उसमें लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उसपर मां लक्ष्मी, कुबेर, गणेश जी की स्थापित करें। उनको चावल चढ़ाएं और रोली, मौली, धूपबत्ती करें। अब तीन दीप जलाएं। अब गुलाब व गेंदे के फूल चढ़ाएं। अब घी का दीपक जलाएं और गणेश जी का मंत्र जाप करें और फिर लक्ष्मी जी का मंत्र जाप करें और प्रार्थना करें। प्रार्थना के समय हाथ में गुलाब, चावल और गंगाजल लें और बाद में उन्हें अर्पित करें। चांदी या धातु की डिब्बी लेकर उसमें शहद और नागकेसर रखकर माता लक्ष्मी के चरणों में रखें और अगले दिन उसे तिजोरी में रखें। यह करना काफी शुभ होगा। माता को कमल और कमलगट्टा जरूर चढ़ाएं।
GB Singh