लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधनाी लखनऊ के मडिय़ांव इलाके में दिल को दहला देने वाली एक घटना घटी। मुबारकपुर गांव में किराये पर रहने वाले एक सब्जी विक्रेता की पत्नी ने अपने दो मासूम बच्चों संग फांसी लगा ली। इस दौरान बेटे का फंदे खुल गया और उसकी जान बच गयी। मासूम बेटे के शोर मचाने पर लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो सब्जी विक्रेता और उसकी मासूम बेटी का शव फंदे से लटकता मिला।
इंस्पेक्टर मडिय़ांव ने बताया कि रायबरेली जनपद निवासी रमेश अपने परिवार संग मडिय़ांव के मुबारकपुर गांव में डा. अशोक के मकान में किराये के कमरे में रहता है। रमेश मुबारकपुर कस्बे में सब्जी का ठेला लगाकर अपना जीवन यापन करता है। बताया जाता है कि रोज की तरह सुबह रमेश घर से सब्जी का ठेला लगाने के लिए गया था। घर पर उसकी पत्नी 29 वर्षीय बरखा, 4 वर्षीय बेटी साक्षी और 6 वर्षीय बेटा रौनक मौजूद थे।
शाम के वक्त बरखा ने आत्मघाती कदम उठाया। उसने खुद अपने दोनों बच्चों संग पंखे में प्लास्टिक की रस्सी के सहारे दो अलग-अलग फंदे बनाया। इसके बाद एक फंदे में उसने दोनों बच्चों की गर्दन बांधी और फिर दूसरे फंदे में खुद लटक गयी। गला कसने से बरखा और उसकी बेटी साक्षी की तो मौत हो गयी, पर मासूम रौनक किसी तरह झटपटाने से फंदे से मुक्त हो गया। इसके बाद उसने शोर मचा दिया। रौनक का शोर सुन बाकी किरायेदार और मोहल्ले के लोग मदद के लिए पहुंच गये।
तोड़ा गया कमरे का दरवाजा
रौनक के तेज से चिलाने और रोने की आवाज सुन लोगों को अनहोनी की आशंका हो गयी। वह लोग दौड़कर सब्जी विक्रेता के कमरे पहुंचे और दरवाजा खटखटाया पर अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। लोगों ने फौरन ही कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। दरवाजा तोडऩे के बाद जब लोग अंदर पहुंचे तो मंजर देख सन्न रहे गये। मासूम रौनक बदहवास हालत में रो रहा था और बरखा व उसकी बेटी साक्षी का शव पंखे में अलग-अलग फंदे से लटक रहा था। कमरे के अंदर का मंजर देख लोग सहम गये। लोगों ने फौरन खबर रमेश और पुलिस कंट्रोल रूम को दी। कुछ ही देर में घटना की खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गये। इस बीच पुलिस लोगों की मदद से मासूम रौनक को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डाक्टरों ने रौनक का परीक्षण किया और उसको ठीक बताया। छानबीन के बाद पुलिस ने बरखा और उसकी बेटी साक्षी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सुसाइड नोट में पति की बेवफाई की लिखा जिक्र
मां और बेटी की आत्महत्या की सूचना मिलते ही मौके पर मडिय़ांव पुलिस सहित पुलिस के अन्य अधिकारी भी पहुंच गये। छानबीन के दौरान पुलिस को बरखा के हाथ का लिखा दो पन्ने का सुसाइड नोट पुलिस को मिला। सुसाइड नोट में बरखा ने जिंदगी से तंग आकर अपनी जान देने की बात लिखी थी। दो पन्ने के सुसाड नोट में बरखा ने अपने पति की बेवफाई का जिक्र किया था। बरखा ने अपने पति का प्यार न पाने और उसके दूसरों से संबंध की बात भी लिखी थी। पुलिस ने बरखा के हाथ का लिखा सुसाइड नोट अपने कब्जे में ले लिया है।
मासूम रौनक के चेहरे पर खौफ बरकरा
आत्महत्या की इस घटना में मासूम रौनक खुशकिस्मत रहा और उसकी जान बच गयी। रौनक के चेहरे पर मौत का खौफ साफ देखा जा सकता है। पुलिस ने जब रौनक से घटना को लेकर बातचीत करने की कोशिश की पर वह सहम गया। रौनक की हालत देख पुलिस ने फिलहाल उससे बातचीत करना ठीक नहीं समझा। सीओ गोमतीनगर का कहना है कि इस पूरे मामले में छानबीन की जा रही है। पुलिस बरखा के पति से बातचीत कर रही है।