परिवहन व्यवस्था को लेकर स्वराज इंडिया पार्टी ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि सरकार बेहाल परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने के बजाए मेट्रो के बाद अब डीटीसी बसों का भी किराया बढ़ाने की तैयारी में जुटी है।केजरीवाल को विश्वास ने दी बड़ी धमकी, कहा- राजनीति में BJP-कांग्रेस को जिताने नहीं आए
पार्टी नेताओं ने परिवहन विभाग के अधिकारियों की ओर से लिखे एक पत्र को दिखाकर यह आरोप लगाया है, जिसमें डीटीसी बस का किराया बढ़ाने की बात कही गई है।
स्वराज इंडिया पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनुपम ने बताया कि मेट्रो का किराया बढ़ने के बाद इसे कम कराने की लड़ाई करने वाली सरकार अब डीटीसी की व्यवस्था सुधारने के बजाए उसका भी किराया बढ़ा रही है।
अनुपम के मुताबिक, सरकार के दो चेहरे सामने आए हैं। एक तरह वह कम किराये की बात करती है तो दूसरी ओर चुपचाप किराया बढ़ाने की तैयारी।
स्वराज इंडिया के मुताबिक, दिल्ली सरकार को किराया बढ़ाने के बजाए डीटीसी में बसों की संख्या बढ़ानी चाहिए। दिल्ली को 11 हजार बसों की जरूरत है, मगर सड़कों पर महज 5482 बसें हैं।
यात्रियों की संख्या में कमी
पार्टी ने कहा कि डीटीसी बसों का जहां प्रति किलोमीटर परिचालन का खर्च बढ़ रहा है, वहीं सवारियों की संख्या में गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2013-14 में 43.47 लाख यात्री थे, यह 2014-15 में कम होकर 38.87 लाख हो गए। वर्ष 2015-16 में यह संख्या 35.37 लाख और वर्ष 2016-17 में यह आंकड़ा 30.33 लाख पहुंच गया है।