आईआरसीटीसी होटल घोटाले के मामले में लालू परिवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना में उनकी तीन एकड़ जमीन अटैच कर दी. लगभग 45 करोड़ रुपये की पटना की इसी जमीन पर मशहूर माल बनाया जा रहा था.
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यह जमीन राबड़ी और तेजस्वी समेत लालू के परिजनों के नाम पर है. आरोप है कि यह जमीन लालू परिवार को लीज पर होटल देने के बदले मिली थी. इस जमीन की पहले मालिक लीज पर होटल लेने वाली कंपनी ही थी. बाद में यह जमीन सरला गुप्ता के नाम पर आई और फिर लालू परिवार के पास.
इसके पहले इस घोटाले के मामले में लालू और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी. सीबीआई ने समेत कई अन्य लोगों के 12 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी.
क्या है पूरा मामला
लालू पर आरोप है कि रेलमंत्री रहने के दौरान उन्होंने रांची और पुरी समेत अन्य रेलवे होटलों के विकास और मरम्मत का ठेका निजी कंपनियों को दिया था. दरअसल, रांची और पुरी के चाणक्य बीएनआर होटल रेलवे के हेरिटेज होटल थे. लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए इन होटलों को अपने करीबियों को लीज पर बेच डाला था. ये दोनों होटल अंग्रेजों के जमाने के थे, इसीलिए इसका ऐतिहासिक महत्व था. पर अब नहीं रहा क्योंकि इन होटल्स को पूरा रेनोवेटेड कर दिया गया है. लालू प्रसाद एवं उनके परिवार के खिलाफ एक हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति का मामला रांची और पुरी से जुड़ा हुआ है.