मुंबई: महाराष्ट्र में लंबे वक़्त से चले आ रहे राजनीतिक घमासान का भले ही पटाक्षेप हो गया हो, मगर अभी उबाल थमा नहीं है। एकनाथ शिंदे ने भले ही सूबे के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल ली हो, किन्तु उद्धव ठाकरे ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित होने पर शिवसेना में सभी पदों से हटा दिया है।
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नाम से एक पत्र जारी करते हुए लिखा कि हाल ही में यह देखा गया है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। इसके साथ-साथ पत्र में कहा गया कि आपने शिवसेना की सदस्यता छोड़ दी है। इसलिए आपके खिलाफ ये कार्रवाई की जा रही है। उद्धव ठाकर ने कहा कि शिवसेना का पक्ष प्रमुख होने पर मैं अपने इस हक़ का उपयोग करते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी के सभी पदों से मुक्त करता हूं।
दरअसल, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के बागी विधायकों को साथ लेकर उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ ताल ठोक दी थी। लगभग 8 दिन चले घटनाक्रम के पश्चात् उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था, वहीं एकनाथ शिंदे ने भाजपा का समर्थन लेकर सीएम पद की शपथ ले ली है। हालांकि राजनीतिक संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने बागियों को मनाने की कई कोशिश की थी। उन्होंने एक भावुक संदेश जारी करते हुए बोला था कि बातचीत के माध्यम से समाधान निकाला जा सकता है। विधायकों को केवल उनसे बात करने की आवश्यकता है। परिवार के मुखिया के नाते मुझे आप लोगों की चिंता है। आप लोग दिल से अभी भी शिवसेना के साथ हैं। किन्तु उद्धव की ये भावुक अपील भी काम नहीं आई। मसलन, एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली है।