हैदराबाद : महिलाओं से होने वाले अपराधक पर रोक लगाने के लिए हैदराबाद के युवा ने करंट मारने वाली चप्पल बनाई है। उन्होंने इसे इलेक्ट्रो शू का नाम दिया है। 18 साल के सिद्धार्थ मंडला के मुताबिक उन्होंने 2012 में दिल्ली में निर्भया गैंगरेप के बाद हुए प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। तभी उन्होंने महिलाओं की रक्षा के लिए व्यवहारिक हल निकालने की सोची।
उन्होंने सोचा कि महिलाएं घर से निकलते समय पेपर स्प्रे, टीजर जैसे बचाव उपकरण ले जाना भूल सकती हैं। पर चप्पल के बिना तो वह बाहर नहीं निकलेंगी। इसलिए उन्होंने इलेक्ट्रो शू बनाया।
यह शू हमलावर को .1 एएमपी का करंट मारता है। इससे कुछ सेकेंड के लिए हमलावर सुन्न पड़ जाता है। इतने वक्त में महिला वहां से भाग सकती है। यह चप्पल पुलिस और लड़की के माता-पिता को उसकी लोकेशन की जानकारी भी भेज देती है। सिद्धार्थ के मुताबिक यह चप्पल पिजोइलेक्ट्रिक तकनीक पर आधारित है। इससे चार्ज करने या बैटरी की जरूरत नहीं पड़ती।
लड़की जब इसे पहनकर चलती हैं तो यह अपने आप चार्ज हो जाती है। जब कोई छेडख़ानी का प्रयास करे तो लड़की को सिर्फ पांच सेकेंड के लिए पैर के अंगुठे से चप्पल दबानी होगी। फिर किक मारते से इसका तेज करंट हमलावर को ढेर कर देगा। सिद्धार्थ की मानें तो चप्पल में अभी कुछ तकनीकी दिक्कतें हैं। इसे बाजार के लिहाज से तैयार करना है। वहीं इसे पानी से बचाने के लिए वाटर प्रूफ भी बनान बाकी है।