जम्मू: जम्मू के रिहायशी इलाके सुंजवां में स्थित सेना के कैंप पर शनिवार तड़के हुए आतंकी हमले के बाद से जारी एनकाउंटर करीब 35 घंटे बाद भी मुठभेड़ अभी जारी है। सेना की जवाबी कार्रवाई में अब तक तीन आतंकियों को मार गिराया गया है।
इससे पहले सेनाध्यक्ष बिपिन रावत जम्मू पहुंचे और हालात का जायजा लेने के लिए सीनियर कमांडर्स से मुलाकात की। अब तक पांच जवान शहीद हो गए जबकि एक जवान के पिता की मौत हो गई थी। जबकि 11 घायल हुए हैं जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह तीन से चार आतंकी जम्मू से सटे सुंजवान स्थित सेना के कैंप में घुस गए। जम्मू.कश्मीर पुलिस आईजी एसडी सिंह जांवाल ने बताया कि गेट पर तैनात संतरी ने सुबह के अंधेरे में कुछ संदिग्ध हरकत देखी। जिसके बाद उसने आवाज लगाई।
आतंकियों ने संतरी के बंकर पर फायरिंग शुरू कर दी और दो ग्रुप में बंटकर कैंप के अंदर घुस गए। कैंप में सेना के परिवारों के लिए बनाए गए फ्लैट में जाकर आतंकी छिप गए। आतंकियों के खात्मे के लिए कम से कम सौ से ज्यादा राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है। सेना के प्रवक्ता देविंदर आनंद ने बताया कि सुबह से चल रहे अभियान में अत्याधुनिक हथियारों से लैस तीन आतंकी मारे गए हैं।
ये आतंकी सेना की वर्दी में थे और एके 56 असाल्ट राइफलोंए गोला बारूद और हथगोलों से लैस थे। तलाशी से पुष्टि हुई है कि वे जैश ए मोहम्मद के आतंकी हैं। इस हमले में सूबेदार मगनलाल चौधरी और हवलदार हबीबुल्ला कुरैशी शहीद हो गए। पांच महिलाओं और एक बच्ची सहित 11 लोग घायल हैंए जिनमें से दो की हालत गंभीर है।