श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमला करने वाले आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत 4 जवानों के शहीद होने की खबर है। सोमवार सुबह पुलवामा के पिंगलीना इलाके में सुरक्षाबलों को आतंकियों के एक घर में छिपे होने के सूचना मिली थी।
इसके बाद सेना की 55 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की 182,183 बटालियन की ज्वाइंट टीम मोर्चा संभालते हुए इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। जिस जगह आज ये मुठभेड़ हुई वह सीआरपीएफ हमले वाले स्थान से 10-13 किलोमीटर की दूरी पर है। सुरक्षाबलों द्वारा खुद को घिरा देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। काफी देर तक हुई फायरिंग में सेना के एक मेजर, एक हेड कॉन्सटेबल और दो सिपाहियों के शहीद होने की खबर है। शहीद होने वाले जवानों में मेजर डीएस डोंडियाल, हेड कॉन्सटेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह शामिल हैं। वहीं इस हमले में बुरी तरह घायल होने वाले सेना के जवान सिपाही गुलजार मोहम्मद को श्रीनगर के बदामीबाग इलाके स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि पिंगलीना के इस घर में पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकी छिपे हुए है। भारतीय सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है।
बताया जा रहा है यहां 2-3 आतंकी छिपे हुए है। खबर है कि इस घर में छिपने वाले आतंकियों में सीआरपीएफ हमले को अंजाम देना वाले जैश आतंकी आदिल डार से जुड़े हुए हैं।
बीती 14 फरवरी को जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने पुलवामा के अवंतिपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था। इस हमले में अर्धसैनिक बल के 40 जवान शहीद हो गए थे जबकि कई जवान घायल हुए थे। इस हमले के बाद पूरे देश में रोष फैल गया और हर तरफ से आतंक और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का मांग उठने लगी।