कर्मचारी भविष्य निधि में खाता होने से कर्मचारियों को उनके बुढ़ापे का सहारा मिल जाता है। ईपीएफओ में निवेश करना ही कर्मचारियों के लिए काफी राहत भरा होता है क्योंकि इससे उनको भविष्य में काफी हद तक जीनव व्यतीतत करने में सहायता मिलती है। जानकारी मिल रही है कि 29 और 30 जुलाई को एक बैठक के बाद केंद्रीय पेंशन वितरण प्रणाली के सिस्टम में कोई बदलाव हो सकता है। अगर बैठक में मंजूरी मिल जाती है तो देश के 73 लाख पेंशनर्स को एक तारीख पर समय पर पेंशन मिल जाएगी। आइए जानते हैं।
सभी पेंशनधारकों को होगा फायदा
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ की ओर से कर्मचारियों को हर महीने पेंशन मिलती है। अगर किसी को पेंशन मिलती है तो वह इस खबर को जरूर पढ़े। बताया जा रहा है कि ईपीएफओ में जो पेंशन राशि के सिस्टम में बदलाव होगा उससे सभी पेंशनधारकों को फायदा होगा। यह बैठक इसी महीने होगी। जुलाई की 29 और 30 जुलाई को होने वाली बैठक में पेंशन के वितरण से जुड़ी प्रणाली पर विचार किया जाएगा। बैठक में मंजूरी मिलने के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा।
क्या होगा बदलाव
अगर बैठक में बदलाव को मंजूरी मिल जाती है तो देश भर में करीब 73 लाख से ज्यादा पेंशनधारकों को इसकी सुविधा मिलेगी। सभी खाताधारकों को पेंशन उनके खाते में एक साथ भेजी जाएगी। मौजूदा समय में ईपीएफओ के 138 क्षेत्रीय कार्यालय से पेंशनधारकों को पैसा भेजा जाता है। यह पैसा कार्यालय उनके खाते में भेजते हैं। इससे कई क्षेत्रीय कार्यालय अलग-अलग तिथियों पर पैसा भेजते हैं। पिछले दिनों 20 नवंबर को 229वीं बैठक सीबीटी की बैठक हुई थी, जिसमें ऐसे प्रस्ताव को मंजूरी देने की बात की गई थी। बताया जा रहा है कि श्रम मंत्रालय ने बैठक करने के बाद कहा था कि क्षेत्रीय कार्यालय से मिले ब्योरे को चरणबद्ध तरीके से केंद्रीय डेटाबेस में सुरक्षित किया जाएगा।
GB Singh