लखनऊ ।। बहुजन समाज पार्टी के ईवीएम की गड़बड़ियों के आरोपों को लेकर पीआईएल की गई तो चुनाव के परिणाम पर रोक भी लग सकती है, लेकिन इसके लिए कोर्ट को जनहित के पूरे मामले को संज्ञान में लेना होगा। सवाल ये भी है कि इस इस रिजल्ट को लेकर कितनी पार्टियों कोर्ट का दरवाजा खटखटाती हैं। 
मायावती ने कहा है कि जांच पूरी होने तक यूपी और उत्तराखंड के चुनाव परिणामों को रोका जाना चाहिए। हालांकि ऐसा होता है या नहीं इसकी संभावना कम है, क्योंकि पीआईएल को लेकर कोर्ट का फैसला आने में भी समय लग सकता है, और भाजपा इसको लेकर विपक्षी दलों की मांग को गंभीरता से लेगी इसकी संभावना भी कम है।
उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की बड़ी जीत पर कहा कि इस हार में गठबंधन की कोई खामी नहीं रही, बीजेपी ने चुनाव में धनबल का दुरुपयोग किया जो गठबंधन का हार की वजह रही। उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी भी इन नतीजों की वजह हो सकती है।
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यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझान मिलने के बाद लखनऊ पहुंच गए हैं। वह वहां नतीजों की समीक्षा कर रहे हैं। इससे पहले राज बब्बर ने कहा था कि भाजपा को छोड़कर सभी के साथ जाने के विकल्प कांग्रेस ने खुले रखे हैं, लेकिन यूपी में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल रहा है। ऐसे में अब सपा के बसपा या किसी दूसरे गठबंधन की संभावनाएं ही खत्म हो गईं। कांग्रेस ने इस दफा समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर इलेक्शन लड़ा है। कांग्रेस ने 105 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जबकि 298 पर सपा ने अपने कैंडिडेट उतारे। माना जा रहा था कि अगर जरूरत पढ़ी तो सपा, बसपा और कांग्रेस साथ में सरकार बना सकते हैं।
कहां बनती है ईवीएम
आयोग ने कहा कि ईवीएम का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की दो कंपनियों भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड, बेंगलुरु और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा किया जाता है। इसमें टेंपर किया जाना मुश्किल है।
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