नई दिल्ली: MODI सरकार ने कालेधन पर लगाम कसने के लिए बड़े नोटों को बंद कर दिया। बैंक और ATM को दो दिन बाद नए नोटों के साथ खुलने को कहा गया। लेकिन यहां नजारा कुछ और ही है।
आज से ATM सिर्फ नाम के खुल गए हैं। कल रात सोच रहा था कि सुबह ATM से नया नोट निकालकर देखूंगा कि देखने में कैसा लगता है। ऊपर से जेब से भी धीरे धीरे हरे नोट भी खत्म हो रहे हैं। सुबह छह बजे ऑफिस के पास वाले ATM पर गया। देखा तो ATM बंद है। जब दोबारा गया तो ATM सर्विस से बाहर लिखा दिखा रहे थे। गार्ड से पूछा तो उसने कहा कि अभी 4-5 दिन यही हाल रहेगा। अभी तो ATM में पुराने नोट ही हैं।
वहीं अब बैंक खुद कह रहे हैं कि उन्हें सामान्य सर्विस देने में एक हफ्ता लग सकता है। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा कि एटीएम सेवाओं के सामान्य होने में अभी दस दिन लग जाएंगे। बैंक ने कहा है कि एटीएम मशीनों की संख्या बहुत अधिक है जबकि उसके लिए तकनीकी सेवाएं मुहैया कराने वाली इकाइयां कुछ ही हैं।
बैंक की चेयरमैन अरंधती भट्टाचार्य ने कहा कि एटीएम मशीनों को तकनकी हिसाब से काम के लिए पुनर्समयोजित करने में समय लगता है। उन्होंने कहा, ‘ एटीएम के री-कन्फीगरेशन यानी पुनर्ससमायोजन में समय लगता है क्योंकि हमें इसे एक एक करके करना पड़ता है जैसा कि हम पहले भी कर चुके हैं। दस दिन में स्थिति सामान्य हो जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘ आप को समझना चाहिए कि सभी बैंकों को मिला कर देश भर में दो लाख एटीएम हैं और केवल तीन चार कंपनियां है जो उसके लिए तकनीकी सेवाएं देती है।’
गौरतलब है कि आठ तारीख को आधी रात से 500 और 1000 रुपए के नोटों का चलन बंद करने के साथ ही एटीएम से लेन देन बंद कर दिया गया है। अरंधती ने यह भी कहा कि उनके ग्राहक एसबीआई का डेबिट कार्ड बिना चिंता के एटीएम ,प्वाइंट आफ सेल और ई-कामर्स साइटों पर इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि मौजूदा कार्डों को कोई खतरा नहीं है।