जनपद में फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट्स पर पीएम मोदी समेत सम्मानित नेताओं के फोटो के साथ छेड़छाड़ व भद्दे कमेन्ट की बाढ़ आ गई है। वहीं इससे नाराज एक अधिवक्ता ने बिलारी थाने में मुकदमा भी दर्ज करवा दिया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिलाधिकारी जुहैर बिन सगीर ने सभी एसडीम को आदेश जारी करते हुआ कहा है कि प्रधानमंत्री जैसे पद की मर्यादा से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। अगर कोई इस तरह से करता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। उन्होंने निगरानी बढ़ाने को कहा है।
दरअसल बिलारी में फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आपत्तिजनक फोटो पोस्ट करने का मामला सामने अाया है। अधिवक्ता विक्रांत कुमार की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिवक्ता विक्रांत कुमार ने बताया कि वह दो मार्च को अपना फेसबुक एकाउंट चेक कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया की आपत्तिजनक फोटो उन्होंने अपने पेज पर देखी। साथ ही कई अन्य आपत्तिजनक पोस्ट भी थीं। जानकारी करने पर पता चला कि ये पोस्ट मोनिस हाशमी ने उनके पेज पर डाली हैं।
इसकी शिकायत उन्होंने सीओ बिलारी चक्रपाणि त्रिपाठी को दी। पुलिस ने आपत्तिजनक फोटो वायरल करने वाले मोनिस के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। अधिवक्ता ने बताया कि उन्होंने तहरीर में फेसबुक के संस्थापक को भी आरोपी बनाया था। पुलिस ने उन्हें रिपोर्ट में शामिल नहीं किया। क्षेत्राधिकारी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
यहां बता दें कि विरोधी पार्टी या असहमत व्यक्ति इन साइट्स पार जाकर विपक्षी नेताओं के अमर्यादित चित्र व टिप्पणी कर रहे हैं और देखते ही देखते ये वायरल भी हो जाती है। वहीं साइबर जानकारों की मानें तो इस पर रोक लग पाना मुश्किल है, क्योंकि लाखों लोग एक साथ इन साइट्स पर सक्रीय रहते हैं और हर किसी के एकाउंट्स को लगातार वाच नहीं किया जा सकता है। इधर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी एसडीम को आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री जैसे पद की मर्यादा से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। अगर कोई इस तरह से करता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।