लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की नाका पुलिस ने सोमवार की देर रात चारबाग रेलवे स्टेशन के पास एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से 2 हजार के 11 जाली नोट आरोपी के पास बरामद किये। पूछताछ में आरोपी ने नकली नोट देने वाला का नाम भी पुलिस को बताया है।
एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार की देर रात नाका पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रेवड़ी वाली गली से एक 68 वर्षीय बुजुर्ग को पकड़ा। पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 2 हजार के 11 जाली नोट मिले। पूछताछ की गयी तो पकड़े गये आरोपी ने अपना नाम इलाहाबाद सिविल लाइंस निवासी रामबाबू शाक्य बताया। आरोपी को जिस वक्त नाका पुलिस ने पकड़ा था वह उससे कुछ देर पहले ही ट्रेन से इलाहाबाद से आया था। आरोपी ने बताया कि उसको नकली नोट इलाहाबाद जनपद में रहने वाले गामा शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने दिये थे। वह कुछ समय पहले भी चारबाग इलाके में एक दुकान पर 2 हजार रुपये का नकली नोट चला चुका था।
1974 में किया था इंजीनियरिंग
एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी रामबाबू ने 1974 में इलाहाबाद से बीई किया था। इसके बाद उसने इलाहाबाद के नैनी में ही बीपीसी नाम की एक कम्पनी में नौकरी की। कुछ विवाद के चलते उसने नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद आरोपी ने गाजियाबाद जनपद में एक चिटफंड कम्पनी खोली थी। कम्पनी में घोटलेबाजी और धोखाधड़ी के मामले में 1995 में मध्य प्रदेश पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह काफी समय तक जेल में रहा। इसके बाद 2004 में इलाहाबाद पुलिस ने रामबाबू को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह खाली था।
बांदा जेल से लिखा गया एक पत्र भी मिला
एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी रामबाबू बेहद ही शातिर किस्म का है। पूछताछ में वह पुलिस को बार-बार गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। कुछ माह पहले उसकी बाईपास सर्जरी भी हुई है। ऐसे में पुलिस उससे ज्यादा सख्ती नहीं कर सकती है। आरोपी के पास से बांदा जेल में बंद सुरेश रंजन श्रीवास्तव नाम के एक बंदी का लिखा हुआ पत्र मिला।
आरोपी का डीएल मिला फर्जी
पुलिस का आरोपी के पास से डीएल और आधार कार्ड मिला है। डीएल आरोपी ने अजय शर्मा के नाम से बनवा रखा था, जबकि आधार कार्ड रामबाबू के नाम से है।
आईबी, एटीएस और एसटीएफ ने की पूछताछ
इंस्पेक्टर नाका परशुराम वर्मा ने बताया कि भारतीय जाली नोटों के साथ आरोपी के पकड़े जाने की सूचना आईबी, एटीएस और एसटीएफ को भी दी गयी। तीनों ही एजेंसियों ने आरोपी रामबाबू से पूछताछ की है। एसटीएफ का कहना है कि कुछ समय पहले हसनगंज से जाली नोट के साथ कुछ लोग पकड़े गये थे। उनके पास से मिले जाली नोट की सीरिज आरोपी रामबाबू के पास से मिली जाली नोट से मेल खा रहे हैं।