फाल्गुन मास चल रहा है और इस मास की अमावस्या बुधवार को 2 मार्च के दिन पड़ रही है। फाल्गुन मास की अमावस्या का भी काफी महत्व है। यह महत्व इस बार और बढ़ जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इस बार दो मार्च को शुभ संयोग पड़ने में इसमें पूजा का महत्व होगा। यह दो संयोग हैं जिससे जीवन में आने वाली दिक्कतें कम होंगी। आइए जानते हैं कौन से हैं ये शुभ संयोग।
क्या हैं ये संयोग
हिंदुओं के पंचांग में फाल्गुन सबसे अंतिम माह होता है। इसके बाद चैत्र शुरू होता है जिसमें हिंदूओं का नववर्ष मनाया जाता है। फाल्गुन में होली होती है और कहा जाता है कि होली के बाद से हिंदुओं के कोई प्रमुख त्योहार नहीं पड़ते। सावन से त्योहारों का आगमन होता है। इस बार फाल्गुन में पड़ने वाली अमावस पर दो संयोग बन रहे हैं। यह शिव और सिद्धि योग हैं जो काफी अच्छे हैं और कष्ट दूर करने वाले हैं। अगर इस योग में व्रत करते हैं तो अच्छा होगा।
कौन से कष्ट होंगे दूर
इस योग में व्रत करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी। सुबह नहाने के बाद चांदी के नाग और नागिन की पूजा करनी चाहिए सफेद फूल के साथ इनको नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। अगर नौकरी में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो अमावस के दिन नींबू को पूजा मंदिर में रखें और रात में सात बेरोजगार लोगों के सिर से उतार कर चार भाग में काटें और चौराहे पर एक-एक टुकड़ा अलग दिशा में फेंके। इस योग में रात को पांच दिए और पांच फूल नदी में डालें। रात में काले कुत्ते को तेल लगी हुई रोटी खिलाएं इससे आपके दुश्मन कम होंगे और दोस्त बढ़ेंगे। नशीले पदार्थों से इस दिन दूर रहना अच्छा होता है।
GB Singh