लखीमपुर खीरी में किसानों ने एक प्राइमरी स्कूल में लगभग 250 गायों को बंद कर दिया है। किसानों का कहना है कि इन दिनों भटके पशुओं के कारण फसलों के नुकसान का खतरा बढ़ गया है। जिस वजह से उन्होंने भटकी गायों को स्कूल में बंद करके रखा है। किसानों की मांग है कि इन आवारा पशुओं के लिए एक आश्रय गृह दिया जाए, जिससे फसलों का नुकसान कम हो। अभी-अभी: लालू प्रसाद यादव की बड़ी और भी मुसीबतें, सरकार ने दोनों बेटों से छीना उनका बंगला…..
स्कूल में गाय होने के कारण बच्चों के पढ़ने के लिए कोई जगह नहीं बच्ची है। जगह न होने के कारण उन्हें घर भेज दिया गया है। बच्चों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि यह समस्या कब तक खत्म होगी और वह वापस स्कूल में पढ़ाई के लिए जा सकेंगे। बच्चों के साथ-साथ स्कूल के टीचरों को भी इस बात की कोई जानकारी नहीं है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने बताया कि इलाके में इन दिनों हजारों की तादात में भटके हुए जानवार घूम रहे हैं, जो लगातार फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिला प्रशासन को इस बात की जानकारी दी गई, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि इस तरह की यह चौथी घटना है जो जिले से सामने आई है। जिसमें किसानों ने भटके हुए जानवर और गायों को स्कूल में बंद कर दिया। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी बुधप्रिया सिंह का कहना है कि स्कूल पर गुस्साए ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया है। जिसके बाद स्कूल के बच्चों को घर भेज दिया गया।
मामले के तूल पकड़ने पर नाखा पुलिस पोस्ट के इन-चार्ज और वरिष्ठ अधिकारी ने गांव का दौरा किया और ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल तब तक बंद रहेगा, जब तक प्रशासन भटके हुए जानवरों के लिए कोई आश्रय गृह नहीं बनवा देता।