उत्तराखंड: कृषि कानून के खिलाफ ट्रेन रोक विरोध दर्ज कराएंगे किसान

कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने ट्रेन रोकने का प्लान बनाया है। आक्राेशित किसान 18 अक्तूबर सोमवार को काफी संख्या में उत्तराखंड के कई शहरों में ट्रेन रोककर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।  इसमें तराई किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी रहेंगे। यह ट्रेन रोको कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा। जिसमें वह सरकार से मांगे रखेंगे।

भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष चढूनी ने बताया कि रुद्रपुर स्टेशन पर सभी किसान सुबह 10 बजे एकत्रित हो जाएंगे और स्टेशन का घेराव करेंगे। इस दौरान जो भी ट्रेन आती है उसको ट्रैक से रोकेंगे और वहां पर काफी देर तक पटरियों पर भी बैठेंगे। उनका कहना है कि सरकार अगर काले कानूनों को नहीं हटाती है तो किसान किसी भी हद तक जा सकते हैं। कहा कि सरकार की हठधर्मिता से किसान बेहद आहत हो चुके हैं, जिस वजह से उनको यह कदम उठाना पड़ रहा है।

किसान वैसे भी मरने की कगार पर खड़ा है तो ट्रेन रोको अभियान के जरिए सरकार को किसानों की हालत शायद दिख जाए। चढूनी ने कहा कि इसके लिए अगला कदम और भी उठाना पड़ा तो वह उठाएंगे, लेकिन सरकार के काले कानून को मिटाकर रहेंगे। बताया कि इस दौरान साथ सैकड़ों की संख्या में किसान स्टेशन पर पहुंचेंगे।

किसानों ने ऐलाना किया है कि वह खटीमा, रुद्रपुर सहित काशीपुर में ट्रेन की पटरी पर विरोध करेंगे। यहीं नहीं, वे ट्रेन रोककर केंद्र सरकार और कृषि कानून के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे। कहा कि कई बार सरकार को ज्ञापन सौंपा गया है लेकिन लंबित मांगों के निस्तारण के लिए सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई हे।

काशीपुर में किसान कृषि कानून के विरोध में रोकेंगे ट्रेन
तीन कृषि कानून के खिलाफ किसान बड़ी संख्या में काशीपुर रेलवे जंक्शन पर ट्रेन रोक कर अपना विरोध जताएंगे। इसमें भारतीय किसान यूनियन के अलावा अन्य किसान संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। किसान सुबह 10 से शाम 4 बजे तक ट्रेनों को रोकेंगे। भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव बलजिंदर सिंह संधू ने बताया कि काशीपुर रेलवे जंक्शन पर काशीपुर के अलावा जसपुर व रामनगर के किसान सुबह 10 बजे एकत्रित हो जाएंगे और स्टेशन का घेराव करेंगे।

इस दौरान जो भी ट्रेन आएगी उसको ट्रेक पर रोका जाएगा। बलजिंदर सिंह संधू ने कहा सरकार अगरत कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो किसान और उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा सरकार की हठधर्मिता से किसान बेहद आहत हो चुका है। किसानों के आंदोलन को एक साल हो गया लेकिन सरकार के अडियल रवैये से किसानों को यह कदम उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा रेल रोको आंदोलन में बड़ी संख्या में किसानों के पहुंचने की उम्मीद है यदि मौसम खराब नहीं हुआ तब, यदि बरसात होती भी है तो भी किसान अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे और ट्रेनों को रोकेंगे।

उधर आरपीएफ प्रभारी रनदीप कुमार ने बताया कि किसान आंदोलन को लेकर आरपीएफ के अलावा जीआरपी व सिविल पुलिस का सहयोग लिया जाएगा। इस संबंध में पुलिस क्षेत्राधिकारी से वार्ता हो चुकी है। किसानों ने सुबह 10 से 4 बजे तक आंदोलन का समय दिया है। इस दौरान हमारा प्रयास रहेगा कि कोई भी आंदोलनकारी रेल संपत्ति या यात्री को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाए।

पांच ट्रेन के रुकेंगे पहिये, किसान करेंगे प्रदर्शन
कृषि कानून को लेकर सैकड़ों किसान आज ट्रेन रोको आंदोलन करने जा रहे है। रुद्रपुर स्टेशन पर से सुबह 10 बजे से पांच बजे तक यहां से पांच ट्रेन गुजरेंगी। ऐसे में जीआरपी और आरपीएफ ने सुरक्षा के इंतजाम किए हुए है।  रुद्रपुर रेलवे स्टेशन पर पांच ट्रेन जिनमे संपर्क क्रांति, शताब्दी, और चार बजे के आसपास शताब्दी एक्सप्रेस और एक पैसेंजर ट्रेन गुजरेगी। इसके साथ ही मंगलवार को विशेष ट्रेन जम्मूतवी भी यहां पहुंचेगी। इनको रोकने के लिए बारिश के चलते किसान नेता यहां स्टेशन पर बैठेंगे।

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