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सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज का बदलाव क्यों है संकट का संकेत #tosnews
छोटी बचत योजनाओं की बात करें तो केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना काफी बेहतर नजर आती है। बेटियों के जन्म के समय इस खाते को खुलवा सकते हैं। इसके बाद उनके पढ़ाई से लेकर भविष्य की योजनाएं और शादी के लिए पैसे जोड़ना काफी आसान हो जाएगा। लेकिन इस समय लोगों के माथे पर तब बल पड़ गए जब केंद्र सरकार ने इसमें मिलने वाले ब्याज में कटौती करने का निर्णय लिया। हालांकि यह फैसला 24 घंटे में रद्द कर दिया गया लेकिन फिर लोगों को आशंका है कि ब्याज में कटौती हो सकती है। कटौती के संकेत पर जानकारी देती रिपोर्ट।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ beti bachao beti padhaoका वादा होगा गुम #tosnews
केंद्र सरकार ने बेटी-बेटी पढ़ाओ के नारे के साथ सुकन्या समृद्धि योजना SSY की शुरूआत की थी। इस योजना के तहत मानना था कि बेटियां किसी पर बोझ न रहें। जन्म के बाद पढ़ाई से लेकर शादी तक उनके लिए एक ऐसा प्लान रहे कि माता-पिता को दिक्कत न हो। इसी सोच के साथ यह योजना लाई गई थी। लेकिन अचानक सरकार ने इसमें 0.7 फीसद कटौती करने का निर्णय लिया तो लोगों को मायूस होना पड़ा। हालांकि कटौती को लागू नहीं किया गया। योजना के तहत इस समय 7.6 फीसद की दर पर ब्याज मिल रहा है।
अभी कितना है फायदा benefit #tosnews
सुकन्या समृद्धि योजना SSY के तहत सरकार हर तीन महीने पर ब्याज दर बदलती है। हालांकि इसके घटने की उम्मीद कम ही होती है। जैसे छोटी बचत योजनाओं में दरें घटाई या बढ़ाई जाती हैैं। मौजूदा समय में इस योजना के तहत 7.6 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है। इसमें ब्याज की गणना करने का तरीका भी तय है। महीने के अंत के बीच खाते में अगर कम पैसा है तो ब्याज उसी पर जोड़ा जाएगा। खाते में वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज की दर के हिसाब से पैसा बढ़ता है लेकिन ब्याज की रकम खाते में हर वित्त वर्ष के आखिर में भेजी जाएगी।
दरें घटी rate decrease तो होगा नुकसान #tosnews
सुकन्या समृद्धि योजना SSYमें अगर ब्याज दरें interest rate घटती हैं तो काफी नुकसान हो सकता है। मौजूदा समय में 7.6 फीसद की दर से मिलने वाला ब्याज अगर 0.7 फीसद कम हुआ तो यह 6.9 फीसद की दर से मिलेगा। सरकार की ओर से यह कदम वापस लेने के बाद खातेदारों को राहत जरूर मिली है लेकिन अभी ब्याज दरों मेंं बदलाव का संकट कम नहीं हुआ है। जैसा की हर तीन माह में ब्याज की समीक्षा के बाद इसमें घटाई या बढ़ाई की जाती है। ऐसे में अगले तीन माह में स्थिति साफ होने का अंदेशा है।
जाने क्या है योजना scheme #tosnews
सुकन्या समृद्धि खाता SSY बेटी के जन्म से दस साल तक उसके नाम पर माता-पिता ही खोल सकते हैं। एक बेटी के नाम पर एक से ज्यादा खाता खोल सकते हैं। कोई भी बेटी के नाम पर अलग-अलग खाता नहीं खुलवा सकता। परिवार में सिर्फ दो बेटियों के लिए ही खाता खुलवाया जा सकता है। इससे ज्यादा बेटी होने पर खाता खुलवाने की सुविधा नहीं दी जाएगी। हां, अगर जुड़वा या तीन बच्चे एक साथ पैदा हुए हैं तो दो से ज्यादा खाता खोल सकते हैं। इस योजना के तहत कम से कम खाते में 250 रुपए जमा करके खोल सकते हैं और हर साल न्यूनतन राशि 250 रुपए तो खाते मेमं जमा करने ही होंगे। अगर पैसा नहीं डाल पाए तो खाते को डिफाल्ट माना जाएगा। एक साल में इस योजना के तहत खाते में 1.5 लाख रुपए से अधिक जमा कर सकते हैं। खाता खुलवाने के लिए बेटी का जन्म प्रमाणपत्र, फार्म-1 और माता-पिता को पैन व आधार कार्ड देना होगा। खाते को 15 साल तक चलाया जा सकता है। बेटी के 18 साल या खाते के 21 साल होने पर खाता मैच्योर माना जाएगा। इसे बैंक या पोस्ट आॅफिस कहीं भी खुलवा सकते हैं।
—GB Singh