लखनऊ: सआदतगंज के वजीरबाग इलाके में एक खाली पड़े प्लाट में खड़े 19 ई-रिक्शों में अचानक आग लग गयी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। एक के बाद एक 19 ई-रिक्शे चलकर राख हो गये। मौके पर पहुंची दमकल की एक गाड़ी ने लोगों की मदद से आग पर काबू तो पाया पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आग कैसे लगी, फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका है।
इंस्पेक्टर सआदतगंज नीरज ओझा ने बताया कि वजीरबाग मौलानगर इलाके में तलहा नाम के एक व्यक्ति का खाली प्लाट है। इस प्लाट में दर्जनों ई-रिक्शा रात में खड़े होते हैं और वहीं पर उनकी चार्जिंग भी होती है। गुरुवार की सुबह अचानक प्लाट में खड़े ई-रिक्शो में आग लग गयी। देखते ही देखते तेज हवा की वजह से आग ने एक के बाद एक 19 रिक्शों को अपनी चपेट में ले लिया।
ई-रिक्शों के गैराज में लगी आग से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। घनी आबादी में बने इस गैराज से निकलने वाला धुंआ लोगों को परेशान करने लगा। गैराज में लगी आग देख आसपास के लोगों ने पानी के पाइप से आग बुझाने का काम शुरू किया पर आग विकराल रूप ले चुकी थी।
संकरी गलियों में फंसी दमकल की गाड़ी, एक घंटे के बाद पहुंची
आग की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही मौके पर सआदतगंज पुलिस पहुंच गयी। मदद के लिए दमकल की गाड़ी को बुलाया गया। चौक फायर स्टेशन से दमकल की एक गाड़ी रवाना हुई पर जाम की वजह से वह कई जगह फंस गयी। इसके बाद दमकल की एक गाड़ी मौके पर पहुंची पर संकरी गली होने की वजह से गैराज तक नहीं पहुंच सकी। इसके बाद दमकल कर्मियों ने गाड़ी को सड़क पर ही खड़ा कर दिया और वहीं से पाइप लगाकर आग बुझाने का काम शुरू किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर आग पाया जा सका।
चार्जिंग के दौरन शार्ट सर्किट की आशंका
गैराज में खड़े ई-रिक्शों में आग कैसे लगी, फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका। पुलिस और स्थानीय लोगों का कहना है कि गैराज में रात में दर्जनों ई-रिक्शा चार्जिंग के लिए खड़े होते हैं। ऐसे में चार्जिंग के दौरान हुई शार्ट सर्किट के चलते शायद आग लगी थी।
न तो ई-रिक्शा मालिक और न ही प्लाट मालिक सामने आये
गैराज में खड़े ई-रिक्शा किसके थे, यह बात भी किसी को नहीं पता चल सकी है। घटना के बाद न तो कोई रिक्शा मालिक सामने आया और न ही प्लाट मालिक मौके पर पहुंचा। पुलिस का यह कहना है कि सभी ई-रिक्शा आसपास के रहने वाले लोगों के हैं, जो चार्जिंग के लिए प्लाट में खड़े थे। इस बारे में सआदतगंज इंस्पेक्टर नीरज ओझा ने बताया कि तलहा के प्लाट में खड़ी होने वाले अधिकतर ई-रिक्शा तलहा, उनके परिवार और रिश्तेदारों के ही हैं।