भोजन करने से बढ़ती है उम्र, शास्त्र बताते हैं ये तरीके

शास्त्रों के अनुसार भोजन करने के तरीके बताए गए हैं और इन तरीकों से अगर भोजन किया जाए तो स्वास्थ्य के साथ-साथ पॉजिटिव एनर्जी भी आती है लेकिन अगर वजन को सही तरीके से नहीं किया जाता तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और सेहत पर भी इसका असर पड़ता है।

खाना खाते समय कुछ ऐसी बातें होती हैं जिनको ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है जिनका स्वास्थ्य के प्रति लाभ तो पहुंचते हैं इसके साथ ही भगवान की कृपा भी आप पर बरसती रहती है।

खाने से कैसे बढ़ती है उम्र
यह सवाल आप सभी के जेहन में जरूर उठता होगा खाना खाने से उम्र का क्या ताल्लुक है और खाना खाने से कैसे उम्र बढ़ती है। तो आज इस पर ही बात करेंगे। आपको बता दें अगर आप खाना खाने के ठीक पहले हाथ पैर और मुंह बहुत होते हैं और उसके बाद भोजन ग्रहण करते हैं तो इससे उम्र बढ़ती है और मान्यता है कि अगर आप गीले पैरों के साथ भोजन करते हैं तो स्वास्थ्य से संबंधित लाभ की प्राप्ति आपको होती है और इससे आपकी उम्र में भी और पुत्री होती है।

दिशाओं के अनुसार करें भोजन
आप जब भी भोजन ग्रहण करें तो उससे पहले भोजन करने की दिशा तय कर लें कि आप किस दिशा में भोजन ग्रहण कर रहे हैं। भोजन करते समय दिशाओं का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है इसके साथ ही इसका सेहत पर भी प्रभाव पड़ता है। भोजन को हमेशा पूरब या उत्तर की दिशा में ही करना चाहिए और अगर आप ऐसा करते हैं तो शरीर में ऊर्जा की मात्रा भरपूर होती है। वहीं अगर आप दक्षिण दिशा में मूरख कर भोजन ग्रहण करते हैं तो इसका अशुभ परिणाम मिलता है वहीं पश्चिम दिशा में भोजन करने से बीमारियों को न्योता देना होता है।

कहा ना करें भोजन
भोजन करने के जिस तरह से कुछ दिशा और स्थान तय है उसी तरह से कुछ दिशा और स्थान भोजन ना करने के लिए तय है। भोजन को कभी भी बिस्तर पर ना करें और लेट कर भोजन तो बिल्कुल भी ना करें। हाथ में प्लेट पकड़कर भोजन ना करें वजन को हमेशा आराम की मुद्रा में करना चाहिए और थाली में करना चाहिए उसके साथी लकड़ी की रक्षा कट है तो उस पर बैठकर भोजन विधिवत तरीके से करना चाहिए। थाली या किसी बर्तन में अगर आप भोजन कर रहे हैं तो वह साफ सुथरी हो टूटे बर्तनों में कभी भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसे अशुभ माना गया है।

भोजन करने से पहले क्या करना है जरूरी
आमतौर पर हम जल्दबाजी में भोजन ग्रहण करने लगते हैं और जो जरूरी बातें होती है उनको भूल जाते हैं जिससे कि यह तिरस्कार होता है। भोजन करने से पहले देवता को नमस्कार करें और उनका आभार प्रकट करें इसके साथ ही अन्य पूर्णा माता को स्मरण करने के साथ ही समस्त देवी और देवताओं का स्मरण करें। उन्हें इस बात का धन्यवाद दे कि उन्होंने आज आपको भोजन दिया। भोजन अगर स्वादिष्ट ना लगे तो उसको तिरस्कृत ना करें बल्कि उसे स्वीकार करें अगर आप उसका तिरस्कृत करते हैं तो अन्न देवता नाराज हो जाते हैं।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com