हवाई यात्रा करने वालों के लिए यह खबर थोड़ी परेशानी बढ़ा सकती है। सरकार अब हवाई किराया बढ़ा रही है। पहले सरकार जहां हर आम आदमी को सस्ते हवाई सफर से यात्रा कराने की सोच रही थी, वहीं इस फैसले के बाद से आम नागरिकों को तो धक्का लगा ही है साथ ही सरकार की मंशा भी सवालों के घेरे में आ गई है। बताया जा रहा है कि इससे न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय सफर भी आने वाले दिनों में महंगा हो सकता है। जानकारी के मुताबिक, घरेलू हवाई किराया दस फीसद से अधिक बढ़ाया है।
कितना पड़ेगा किराए का बोझ
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से किराए के संंबंध में जानकारी दी गई है। बताया गया है कि 40 मिनट की अवधि की उड़ानों के लोअर कैप को 11.53 फीसद की बढ़ोतरी है। इसके साथ ही किराया 2600 से बढ़ाकर 2900 कर दिया गया है। इसके अलावा 40 मिनट के कम की उड़ानों के लिए अपर सीमा को 12.82 फीसद बढ़ाकर 8800 तक हो गया है। इससे अधिक समय वाले उड़ानों की बात करें तो 40 से 60 मिनट वाली उड़ानों की सीमा 3700 रुपए कर दी गई है। इन उड़ानों की सीमा 12.24 फीसद बढ़ाकर 11000 रुपए कर दी गई है। मंत्रालय की माने तो 90 से 120, 120 से 150, 150 से 180 और 180 से 210 मिनट की अवधि की घरेलू उड़ानों में 5300, 6700, 8300, 9800 की लोअर कैप बताई जा रही है।
यात्रियों की क्षमता में हुई है बढ़ोतरी
कोरोना की वजह से कई देशों की यात्रा समेत घरेलू उड़ानों को भी बंद कर दिया गया था। इस दौरान किसी भी तरह की कोई भी हवाई यात्रा को अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बाद 25 मई 2020 को कोरोना के कारण जो लॉकडाउन किया गया था वह फिर से शुरू कर दिया गया था। इसके बाद सरकार की ओर से घरेलू हवाई किराए पर एक प्रकार का लिमिटेशन लगाया गया था। लेकिन अब स्थिति फिर से सामान्य होती दिख रही है और यात्रियों की संख्या भी बढ़ी गई है। सरकार ने एयरलाइंस को अधिक क्षमता के साथ उड़ने के लिए अनुमति दी है। लोगों की हवाई यात्रा से आने जाने की मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है। बताया जा रहा है कि एयरलाइंस कंपनियों की उड़ान क्षमता 65 फीसद से 72 फीसद हो गई है।
GB Singh