देश में अब 4जी के बाद 5जी को लाने की तैयारी तेजी से चल रही है। इनमें जो कंपनियां शामिल हैं वो देश की चुनिंदा बड़ी कंपनियां हैं। उनके आने से प्रतियोगिता काफी कड़ी हो गई है। 5जी की निलामी के लिए पहले दिन बोली रखी गई जिसमें 1.45 लाख करोड़ रुपए की बोली मिली है। यह आंकड़ा पहले हुई बोलियों से काफी ज्यादा है। इनमें कुछ कंपनियों का ही बोलबाला है। आइए जानते हैं।

उम्मीद से ज्यादा मिली रकम
केंद्र सरकार की ओर से 5जी स्पैक्ट्रम की बिक्री के लिए बोली लगाई गई। पहले दिन ही इसनें पिछले सारे रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया। इसके बारे में संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जारी दी। उन्होंने बताया कि बोलियों ने पिछली बार की बोलियों से ज्यादा रकम जुटाई है। इस बार चार कंपनियां जिनमें रिलायंस जियो, भारती एअरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अदानी समूह ने भी भाग लिया है। ये सभी मजबूत कंपनियां हैं।
कौन आगे निकलेगा दौड़ में
जो बोलियां लगी हैं उनमें मिड और हाई एंड बैंड में 3300 मेगाहर्टज और 26 गीगाहर्टज बैंड था। इसके अलावा 700 मेगाहर्टज बैंड के लिए भी बोली मिली। अभी तो कुछ बताना मुश्किल होगा कि कौन सी कंपनी ने कौन सा स्पैक्ट्रम पाया है लेकिन बोली के कुछ दिन बाद पर्दा हट जाएगा। बताया जा रहा है कि 14 अगस्त को सरकार की ओर से स्पैक्ट्रम आवंटित करेगी और सितंबर तक 5जी सेवा शुरू होगी। नीलामी में फिलहाल 6, 7,8, 9, 1800, 21, 23, 25 और 33 सौ मेगाहर्टज और 26 गीगाहर्टज शाामिल है। कुल मिलाकर चारों कंपनियों ने 21400 करोड़ रुपए बयाना दिया। इनमें सबसे आगे रिलायंस जियो जिसने 14 हजार, भारतीय एअरटेल ने 5500 करोड़ रुपए बयाना दिया है। बताया जा रहा है कि 5जी आगे 4जी से 10 गुना तेज देखने को मिलेगा।
GB Singh
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