लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के शेखर अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. एके सचान के नाम से फोन करके एक बुजुर्ग डाक्टर को तीन लाख रुपये का चूना लगा दिया। आरोपी ने खुद को डॉ. एके सचान बताकर रुपयों की आवश्यकता की बात कहकर खाते में रुपये जमा करा लिये। तय समय पर रुपये वापस न मिलने पर बुजुर्ग डाक्टर ने छानबीन की तो ठगी का पता चला। इस मामले में उन्होंने गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इंदिरानगर के ए-ब्लॉक में डाक्टर चन्द्रभानु चौरसिया अपने परिवार संग रहते हैं। राम मनोहर लोहिया अस्पताल से रिटायर होने के बाद वह इंदिरानगर में जन मंगल हॉस्पिटल चलाते हैं। इसके अलावा आशियाना स्थित लोकबन्धु अस्पताल में भी सेवाएं दे रहे हैं। डॉ. चन्द्रभानु ने बताया कि 20 जनवरी को उनके पास एक कॉल आयी।
फोनकर्ता ने खुद को शेखर अस्पताल का डायरेक्टर डॉ. एके सचान बताया और बताया कि वह ं इस वक्त शहर से बाहर हैं और एक मुसीबत में फंस गये हैं। इसके बाद फोनकर्ता ने तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद मांगी और दो-तीन दिन में पैसा वापस करने का आश्वासन दिया। डॉ. चन्द्रभानु ने बताया कि आरोपी ने रुपये ट्रांसफर करने के लिए उन्हें एक अकाउंट नंबर दिया। 21 जनवरी की दोपहर को उन्होंने अपनी पतनी डाक्टर सुनीता चौरसिया के खाते से तीन लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए उक्त अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।
पैसा वापस मांगने पर की टालमटोल
डाक्टर चंन्द्रभानु ने बताया कि दो दिन तक पैसा वापस न मिलने पर उन्होंने आरोपी के नंबर पर फोन किया। इस पर उसने जल्द ही पैसा भेज दिया जाएगा। लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी उनके खाते में रुपये नहीं आए। वह जब भी आरोपी को फोन करतेए वह एक-दो दिन में पैसा ट्रांसफर होने की बात कहकर उन्हें टरकाता रहा। शक होने पर गुरुवार को उन्होंने डॉ एके सचान से बात की तो ठगी का पता चला। डाक्टर सचान ने बताया कि उन्होंने रुपये के लिए कोई कॉल नहीं की थी। डाक्टर सचान ने उन्हें यह भी बताया कि कोई जालसाज उनके नाम से कई लोगों को फोन करके रुपये ऐंठ चुका हैं। अब इस मामले में पीडि़त डाक्टर ने गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज करायी है।