लखनऊ: नाइजीरिया में रहने वाले एक पूर्व आईएएस अधिकारी की पत्नी का फर्जी आधार कार्ड बनाकर एक महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी जमीन को एक दूसरी महिला के हाथ बेच दिया। पूर्व आईएएस अधिकारी की जमीन की देखरेख करने वाले नौकरों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने इस बारे में नाइजीरिया में मौजूद पूर्व आईएएस अधिकारी और उनकी पत्नी को बताया। इसके बाद इस मामले में पूर्व आईएएस की पत्नी ने इस संबंध में लखनऊ की वजीरगंज कोतवाली में पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी। मामले की छानबीन कर रही वजीरगंज पुलिस ने आरोपी महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
इंस्पेक्टर वजीरगंज पंकज सिंह ने बताया कि महानगर के सेक्टर बी इलाके में पूर्व आईएएस अधिकारी प्रदीप कुमार और उनकी पत्नी मधु कुमार मौजूदा समय में नाइजीरिया में रह रहे हैं। मधु कुमार के भाई ने उनको चिनहट के गनेशपुर इलाके में 22711 स्क्वायर फुट की जमीन दी थी। इस जमीन की देखरेख का काम बाराबंकी निवासी राजकुमार, चिनहट निवासी राजेन्द्र और रामपाल करते हैं।
बताया जाता है कि 20 मार्च को राज कुमार ने पूर्व आईएसएस अधिकारी प्रदीप कुमार और उनकी पत्नी मधु को फोन किया और बताया कि कुछ लोग उनकी जमीन पर भूमि पूजन कर रहे हैं। यह बात सुन दम्पति के पैरों तले जमीन खिसक गयी। उन्होंने नाइजीरिया से ही सीधे चिनहट पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर चिनहट पुलिस भी पहुंच गयी। इस बीच भूमि पूजन कर रहे लोग वहां से भाग खड़े हुए।
मधु कुमार के नाम से बनवाया गया था फर्जी आधार कार्ड
जमीन पर कब्जा की बात पता चलने पर पूर्व आईएएस अधिकारी और उनकी पत्नी लखनऊ पहुंचे। उन्होंने जब रजिस्ट्री आफिस जाकर छानबीन की तो पता चला कि 13 अप्रैल को मधु कुमार के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उनकी जमीन को इकरारनाम दिशा पटेल नाम की महिला को किया गया था। फर्जी आधार कार्ड पर मधु कुमार का नाम व पता तो लिखा था पर फोटो मधु की जगह सुष्मिता पाण्डेय की थी। इस छानबीन में यह भी पता चला कि फर्जी रजिस्ट्री में नयन, राम और एक अन्य महिला भी शामिल थी।
वजीरगंज कोतवाली में दर्ज करायी गयी थी एफआईआर
इस जालसाजी का पता चलने पर पूर्व आईएएस की पत्नी मधु कुमार ने वजीरगंज कोतवाली में इन्दिरानगर निवासी सुष्मिता पटेल, एक अज्ञात महिला, नयन, राम और फैजाबाद निवासी दिशा पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज करायी।
पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित दो को दबोचा
इस मामले में छानबीन कर रही वजीरगंज पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी सुष्मिता पाण्डेय और नयन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य नामजद आरोपी अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में लगी है।
जेल में बंद फर्जी मंत्री अभिषेक निगम की सहयोगी रही है सुष्मिता
इस जालसाजी की मुख्य आरोपी सुष्मिता ने बताया कि कुछ समय पहले तक शातिर जालसाज अभिषेक निगम और उसकी सहयोगी भावना के साथ मिलकर लोगों के साथ ठगी करती थी। मौजूदा समय में अभिषेक और भावना जेल मेंं है। वह अभिषेक निगम के साथ ठगी के मामले में शामिल रही है और फरार थी। वहीं दूसरी तरह उसने जमीन का काम शुरू कर दिया। सुष्मिता ने मडिय़ांव इलाके में भी एक आईएएस अफसर की जमीन पर सुष्मिता ने फर्जी ढंग से कब्जा कर लिया था। इस संबंध में उसके खिलाफ मडिय़ांव कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज है।
विदेश में रहने वाले अधिकारियों की जमीन को बनाती थी टारगेट
पूछताछ में सुष्मिता ने पुलिस को बताया कि वह इस बात का पता पहले लगाती थी कि मौजूदा समय में कौन का अधिकारी विदेश में हैं और उसकी लखनऊ में कोई जमीन है या नहीं है। उसको जब इस बात का पता चल जाता था तो वह फर्जी दस्तावेज के आधार पर अधिकारी की जमीन पर कब्जा कर लेती थी। आरोपी सुष्मिता के खिलाफ हजरतगंज में एक, मडिय़ांव में दो, चिनहट में एक और वजीरगंज में एक धोखाधड़ी और जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज है।